चंद्रयान-3 की सफल लॉंचिंग के बाद इसरो के नाम से तेजी से बनाए गए कई फेक अकाउंट, जानिए पीआईबी ने क्या दी नसीहत

चंद्रयान-3 की सफल लॉंचिंग के बाद इसरो के नाम से तेजी से बनाए गए कई फेक अकाउंट, जानिए पीआईबी ने क्या दी नसीहत
  • चंद्रमा पर लैंड करने में करीब 40 दिन का वक्त लगेगा।
  • इसरो के नाम से बनाए गए कई फर्जी अकाउंट।
  • 23 अगस्त को लैंड कर सकता है चंद्रयान -3

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था (ISRO) ने (14 जुलाई) चंद्रयान-3 की सफल लॉंचिग कर इतिहास के पन्नों अपना नाम दर्ज कर दिया है। अगर भारत इस मिशन में सफल लैंडिंग कराने में कामयाब हो जाता है तो उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो जाएगा जिन्होंने अंतरिक्ष में नया अध्याय लिखा है। ISRO ने मिशन चंद्रयान के तहत चंद्रयान-3 को लॉन्च किया है, जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतर कर भारत का तिरंगा फहराएगा। इसे चंद्रमा पर लैंड करने में करीब 40 दिन का वक्त लगेगा। अभी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि 23 अगस्त को लैंड कर सकता है। चंद्रयान -3की सफल लॉंचिंग को लेकर एक तरफ पूरे देश के लोग जश्न मना रहे हैं। मिशन चंद्रयान की लॉन्चिंग को हमने इसरो के सोशल मीडिया पर प्लैटफॉर्म्स पर ही देखा।

वहीं दूसरी तरफ कई ऐसे यूजर्स है जिन्होंने इसरो और उससे मिलते जुलते नाम से फर्जी इस्टाग्राम और ट्वीटर अकाउंट बनाया है। जो इसरो के आधिकारिक चैनल होने का झूठा दावा कर रहे हैं। इन भाम्रक और फेक दावों की वजह से नेटिजंस के बीच चिंताएं बढ़ गई है। यूजर्स के बीच असमंजस पैदा हो रहा है कि किस अकाउंट को सही माना जाए।

इसके बाद अब इसरो से संबंधित एक फैक्ट चौक को पीआईबी ने जारी किया है। दरअसल इसरो के साथ ही सरकार को शिकायत मिली थी कि सोशल मीडिया पर इसरो के नाम से कई फर्जी अकाउंट बनाए गए हैं। इन फर्जी अकाउंटों पर इसरो और मिशन चंद्रयान से संबंधित कई भ्रामक और गलत जानकारियां शेयर की जा रही है। इन फर्जी अकाउंट्स के नाम में इसरो डॉट चंद्रयान, इसरो डॉट ऑफिशियल जैसे नामों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

क्या है सच

पीआईबी ने मिली शिकायतों पर फैक्ट चैक किया और बताया कि फर्जी अकाउंट्स से सावधान रहें। वहीं पीआईबी ने इसरो के असली अकाउंट को भी शेयर करते हुए बताया कि असली अकाउंट इंस्टाग्राम पर 'isro.dos' के नाम से रजिस्टर्ड है। वहीं आधिकारिक इसरो वेबसाइट, 'https://isro.gov.in' पर भरोसा करने का आग्रह किया है। पीआईबी ने कहा कि इसरो के नाम से ही कई सोशल मीडिया अकाउंट्स चलाए जा रहे हैं। इसलिए इस तरह के अकाउंट पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।

— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 19, 2023

Created On :   20 July 2023 4:51 PM GMT

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