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- Fake News: Now the central government will impose GST on school books, know the truth of viral claim
दैनिक भास्कर हिंदी: Fake News: अब स्कूल की किताबों पर भी जीएसटी लगाएगी केंद्र सरकार, जानें क्या वायरल दावे का सच

डिजिटल डेस्क। सोशल मीडिया पर शिक्षा से जोड़कर एक दावा किया जा रहा है। इस दावे में कहा जा रहा है कि, अब केंद्र सरकार ने स्कूल की किताबों पर भी टैक्स लगा दिया है। वहीं भारत स्कूल की किताबों पर टैक्स लगाने वाला दुनिया का पहला देश भी बन गया है।
किसने किया शेयर?
कई ट्विटर और फेसबुक यूजर ने भी पोस्ट कर यही दावा किया है।
,स्कूल की किताबों पर टैक्स,टैक्स लगाने वाला पहला देश,भारत,
— Atul Yadav (@AtulYad21506509) September 16, 2020
देश से बच्चो की भविष्य पर टैक्स,,धन्य भाग,,
अब बोलना होगा"" राम नाम सत्य हैं,,
स्कूल की किताबों पर टैक्स लगाने वाला पहला देश बना भारत
— Jamil Shaikh (@JamilSh87930254) September 24, 2020
अनपढ़ रहेगा इंडिया
तभी तो भक्त बनेगा इंडिया
क्या है सच?
भास्कर हिंदी की टीम ने पड़ताल में पाया कि, सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है। इंटरनेट पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली है, जिससे पुष्टि होती हो कि, केंद्र सरकार ने स्कूल की किताबों पर भी टैक्स लगा दिया है। फाइनेंस और टैक्स से जुड़ी विश्वसनीय जानकारी देने वाले वेबसाइट्स पर हमने जीएसटी के स्लैब की सूची चेक की। वस्तुओं के हिसाब से 5 अलग-अलग स्लैब हैं। लेकिन, किसी भी स्लैब में (किताब) पर लगने वाले टैक्स का जिक्र नहीं है।
पड़ताल के दौरान कुछ मीडिया रिपोर्ट्स हमारे सामने आईं। जिनसे पता चलता है कि स्कूली किताबें तो दूर, किसी भी तरह की किताब पर भारत में जीएसटी या कोई अन्य टैक्स नहीं लगता। केंद्र सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक ने भी ट्वीट कर इस दावे को फेक बताया है। पीआईबी ने लिखा, सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा कि केंद्र सरकार ने स्कूली किताबों पर टैक्स लगा दिया है। यह दावा फर्जी है, स्कूली टेक्स्ट बुक्स पर कोई टैक्स नहीं है।
दावा: सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा कि केंद्र सरकार ने स्कूली किताबों पर टैक्स लगा दिया है। #PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। स्कूली टेक्स्ट बुक्स पर कोई टैक्स नहीं है। pic.twitter.com/OsvfgYMOgC
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 24, 2020
निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है। केंद्र सरकार ने स्कूल की किताबों पर कोई टैक्स नहीं लगाया है।
गणतंत्र दिवस : स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में मनाया गया गणतंत्र दिवस समारोह
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में 74वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. डी.एस. राघव निदेशक, स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन उपस्थित थे। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में डॉ. सत्येंद्र खरे, सेक्ट कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन के प्रिंसिपल, डॉ. नीलम सिंह, सेक्ट कॉलेज ऑफ बीएड की प्रिंसिपल और डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी, स्कोप पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुएl कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. डी.एस.राघव ने झन्डा फंहराया गया तथा विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनुशासन एवं कौशल का परिचय देते हुए आकर्षक परेड की प्रस्तुति दीl विद्यालय के बच्चों द्वारा शारीरिक व्यायाम के महत्व को प्रकट करते हुए मनमोहक पीटी प्रस्तुत की गई l
स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज, बी.एड कॉलेज, स्कोप प्रोफेशनल कॉलेज तथा स्कोप स्कूल के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं देश प्रेम से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दीl कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उरी हमले पर आधारित नृत्य नाटिका तथा रानी लक्ष्मीबाई के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को चित्रित करता हुआ नृत्य गीत था। मुख्य अतिथि डॉ डीएस राघव ने अपने संबोधन में कहा कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ईमानदारी एवं पूर्ण निष्ठा के साथ करते हैं तो यही आज के समय में हमारी सच्ची देश सेवा है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्राचार्या डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम की आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम अपने उद्देश्य के प्रति ईमानदार रहेंगे और उसके प्रति पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करेंगेl
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