फैक्ट चेक: लोकसभा चुनाव से पहले अमृतसर में ईवीएम के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन? जानिए वायरल वीडियो का सच

लोकसभा चुनाव से पहले अमृतसर में ईवीएम के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन? जानिए वायरल वीडियो का सच
  • ईवीएम के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन?
  • वायरल वीडियो में किया जा रहा है दावा
  • जानिए वायरल पोस्ट की सच्चाई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ ही दिन शेष है। इस वजह से तमाम राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी है। चुनाव खत्म हो जाने के बाद नतीजे आने पर हारने वाली राजनीतिक पार्टियां अक्सर ईवीएम पर सवाल उठाती है। हालांकि, इस बार कई विपक्षी पार्टियां चुनाव से पहले ही ईवीएम पर रोक लगाने की मांग कर रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अब दावा किया जा रहा है कि ईवीएम के खिलाफ आम लोगों के मन में भी आक्रोश है। इससे जुड़ा एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में भारी भीड़ को देखा जा सकता है। इस वीडियो को पोस्ट कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अमृतसर के जलियांवाला बाग में ईवीएम के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है। वायरल पोस्ट्स में दावा किया जा रहा है कि आम लोगों ने ईवीएम के खिलाफ आंदोलन की शुरूआत कर दी है।

दावा - 'geeta_gavel_inc' नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट से वायरल वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो पोस्ट करते हुए इंस्टाग्राम अकाउंट ने कैप्शन में लिखा, "पंजाब में जलियांवाला बाग के पास अंदर में ईवीएम के खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन शुरू हो गया ईवीएम हटाओ देश बचाओ।" अन्य यूजर्स भी वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल - वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए हमारी टीम ने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले हमने वायरल वीडियो के की फ्रेम्स निकाल कर गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल की मदद से जानकारी जुटाने की कोशिश की। सर्च रिजल्ट में हमें यह वीडियो एक फेसबुक यूजर के अकाउंट पर मिला। फेसहुक यूजर ने इस वीडियो को 'जय महसु' और 'गदारू महाराज' जैसे हैशटैग के साथ शेयर किया है।

संबंधित कीवर्ड्स के आधार पर न्यूज सर्च में हमें मिलता-जुलता वीडियो मनता व्लॉग्स वॉरियर नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। डिस्क्रीप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक वीडियो का संबंध गवास शांत महायज्ञ शिखा फेर से है। इसके बारे में और जानकारी जुटाने के क्रम में हमें अमर उजाला के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो दो महीने पहले अपलोड किया हुआ मिला। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो हिमाचल प्रदेश के रोहडू के गवास गांव में 38 साल बाद हुए शांत महायज्ञ का है।अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक, "हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहड़ू के गवास गांव में देवता गुडारू महाराज के सानिध्य में 38 साल बाद ऐतिहासिक देव अनुष्ठान शांत महायज्ञ गवास समारोह आयोजित किया गया, जिसमें तीन दिन तक चलने वाले इस ऐतिहासिक महायज्ञ में 12 से अधिक देवी-देवता और 20 हजार से अधिक देवलु एवं खूंद पहुंचे हैं।"

जांच के दौरान हमारी टीम ने पाया कि वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो से जुड़ा ईवीएम के खिलाफ आंदोलन और प्रदर्शन की बात गलत साबित हुआ।

Created On :   3 April 2024 11:49 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story