US India Relation: रूस से तेल खरीदना नहीं, भारत पर अमेरिका के 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की ये है वजह? ट्रंप सरकार के वित्त मंत्री ने बताया

रूस से तेल खरीदना नहीं, भारत पर अमेरिका के 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की ये है वजह? ट्रंप सरकार के वित्त मंत्री ने बताया
  • अमेरिका ने भारत पर लगाया 50 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ
  • रूस से तेल खरीदन के चलते अमेरिका ने नहीं लगाया टैरिफ
  • अमेरिका के वित्त मंत्री ने बताया भारत पर टैरिफ लगाने का कारण

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों पहले अमेरिकी ने भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए जुर्माने के रूप में 50 प्रतिशत अतरिक्त टैरिफ लगाया था। इसके बाद अब ट्रंप प्रशासन का बयान सामने आया है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि चीन का तेल आयात अलग-अलग जगहों से है। ऐसे में उसकी स्थिति अलग है। इस बार में ट्रंप सरकार में वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने मंगलवार को कहा कि भारत रूस से तेल खरीदकर मोटा मुनाफा कमा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के कुछ अमीर लोग इसका फायदा उठा रहे हैं।

अमेरिका के वित्त मंत्री ने भारत पर टैरिफ लगाने के पीछे बताई ये वजह

सीएनबीसी से बातचीत के दौरान अमेरिकी वित्त मंत्री ने कहा, "भारत रूस से सस्ता तेल खरीदता है और इसे दोबारा उत्पाद के रूप में बेचता है। यह सब कुछ रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान हो रहा है, जिसे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पहले भारत अपनी जरूरत का एक फीसदी से भी कम तेल रूस से खरीदता था, लेकिन अब 42 फीसदी तेल रूस से खरीदा जा रहा है। भारत इसे बेचकर सिर्फ मुनाफा कमा रहा है।"

उन्होंने आगे कहा, "रूस की ओर से यूक्रेन पर किए गए हमले से पहले चीन अपनी जरूरत का 13 फीसदी तेल रूस से खरीद रहा था और अब 16 फीसदी तेल खरीद रहा है। बीजिंग का तेल आयात अलग-अलग स्थानों से है इसलिए उनकी स्थिति अलग है।" बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया था। जबकि, चीन पर 30 प्रतिशत टैरिफ लगाया है।

भारत पर 27 अगस्त से लगाया जाएगा 50 प्रतिशत टैरिफ

अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा कि रूस के सस्ते तेल खरीदकर 16 बिलियन से ज्यादा प्रोफिट कमा चुका है। इसमें से कुछ भारत के अमीर परिवार हैं। बात दें, रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस से तेल खरीदने पर ट्रंप ने भारत पर पहले से ही 50 फीसदी का टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। इसे 27 अगस्त 2025 से लागू किया जाएगा। ट्रंप के इस ऐलान के बाद रूस ने भारत का समर्थन किया था। रूस ने अमेरिका को चेतावनी दी थी कि कोई भी देश अपने व्यापारिक साझेदार को चुनने के लिए आजाद है।

Created On :   20 Aug 2025 12:51 AM IST

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