Gaza Summit in Egypt: गाजा शांति शिखर सम्मलेन के लिए इराक ने इजरायल को दी चेतावनी, ट्रंप के अधिकारियों से कही ये बात

डिजिटल डेस्क, यरुशलम। इजरायल और हमास संघर्ष विराम के लिए गाजा शांति प्लान का पहला चरण आज सोमवार को पूरा हुआ है। इस फेज में हमास ने दो साल से 20 इजलाइली नागरिकों को बंधक बना कर रखा था, उन्हें सोमवार को रिहा कर दिया है। वहां पर स्थायी शांति के लिए मिस्र के शर्म अल-शेख में शांति शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इसके लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहुंच गए हैं। उनके अलावा इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी समेत कई देशों के नेता शामिल हो रहे हैं।
सुदानी ने ट्रंप को दी चेतावनी
इराकी पीएम ने वहां पर पहुंचते ही इजरायल को चेतावनी जारी कर दी है। इराकी की एक समाचार एजेंसी ने लिखा कि गाजा शिखर सम्मेलन में शामिल होने से पहले इराक पीएम ने मिस्र और अमेरिका के अधिकारियों को सूचना दी थी कि अगर इस आयोजन में अगर इजराइली प्रधानमंत्री बेजामिन नेतन्याहू इसका हिस्सा बनेंगे तो वह इससे बाहर हो जाएगी।
उनके बयान के पहले ही नेतन्याहू ने समय की कमी का हवाला देते हुए इस आयोजन से बाहर रहने की बात कह दी थी। टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस कार्यक्रम के दौरान यहूदी त्योहार सिमहत तोराह पड़ रहा है। और वे इस समुदाय की यात्रा करने से बचते हैं।
कौन कर रहा इस शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता?
गाजा शांति योजना के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता मिस्र और अमेरिका संयुक्त रूप से कर रहा है, जिसका हिस्सा बनने वाले नेताओं में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस हैं।
इस प्रयास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप की तारीफ की है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "हम दो साल से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखे गए इजरायली बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं। हम क्षेत्र में शांति लाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करते हैं।" वहीं, इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह जा रहे हैं।
Created On :   13 Oct 2025 10:40 PM IST