पीएम मोदी ने की जिनपिंग से मुलाकात, बॉर्डर समेत कई मुद्दों पर हुई चर्चा

पीएम मोदी ने की जिनपिंग से मुलाकात, बॉर्डर समेत कई मुद्दों पर हुई चर्चा
हाईलाइट
  • चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से पीएम मोदी ने की मुलाकात।
  • चीन के सामने भारत ने उठाया आयात-निर्यात का मुद्दा ।
  • भारत चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए अहम मानी जा रही मुलाकात।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिक्स सम्मेलन में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है। भारत ने चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए अहम मानी जा रही इस मुलाकात में ब्रिक्स देशों के साथ काम करने की बात कही। हाल के दिनों में हुई ये तीन बड़े देशों की दूसरी मुलाकात है। कुछ ही महीने पहले पीएम मोदी रूस और चीन की यात्रा पर गए थे। गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स बैठक के बाद चीनी राष्ट्रपति से द्विपक्षीय वार्ता की।

 

 

विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों नेताओं ने भारत-चीन बॉर्डर की स्थिति पर विस्तृत रूप से बात की और ये तय किया कि दोनों देशों की सेनाओं को सीमा पर शांति बनाने की कोशिश करनी चाहिए। इसके अलावा पीएम ने भारत की ओर से निर्यात का मुद्दा भी उठाया। भारत चीन से काफी मात्रा में आयात करता है, लेकिन निर्यात की मात्रा कम है, मोदी सरकार इस अंतर को कम करना चाहती है। आने वाले 1-2 अगस्त को भारत का एक डेलिगेशन इस मसले पर बात करने चीन जाएगा। ये मुद्दा इसलिए भी अहम है क्योंकि संसदीय समिति ने हाल में अपनी रिपोर्ट में आगाह करते हुए कहा है कि चीनी सामानों के आयात से देश के उद्योग संकट में पड़ गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस मीटिंग के जरिए विकास साझेदारी को मजबूत करने का एक और मौका मिला है। पीएम मोदी की चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात इसलिए भी बेहद अहम है, क्योंकि कल ही पाकिस्तान में आम चुनाव जीतने के बाद इमरान खान ने चीन को अपना सबसे बड़ा सहयोगी बताया था। इमरान ने ये भी कहा था कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान चीन के साथ रिश्ते और मजबूत करने की कोशिश करेगा।

 

 

पीएम मोदी ने चीन राष्ट्रपति जिनपिंग के अलावा रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी अहम मुलाकात की

 

 

 


Image result for brics 2018

ब्रिक्स देशों ने आतंकवाद से निपटने के लिए एक समग्र रूख का आह्वान किया। जिसमें कट्टरपंथ से निपटना, आतंकवादियों के वित्त पोषण के माध्यमों को अवरूद्ध करना, आतंकी शिविरों को तबाह करना और आतंकी संगठनों द्वारा इंटरनेट के दुरूपयोग को रोकना शामिल है। पांच देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के समूह ने कहा कि आतंकी कृत्यों को अंजाम देने, उनके साजिशकर्ताओं या उनमें मदद देने वालों को निश्चित रूप से जवाबदेह ठहराया जाए। गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका दूसरी बार ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। ब्रिक्स सम्मेलन में वैश्विक मुद्दों, अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा, वैश्विक शासन और व्यापार संबंधी मुद्दों समेत कई मामलों पर चर्चा हुई। इस दौरान पीएम ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत ब्रिक्स के कई अन्य नेताओं से मुलाकात की। ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
 

Created On :   27 July 2018 4:21 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story