पद और जिम्मेदारी: जानिए सीजफायर की पहल करने वाले डीजीएमओ कौन होते हैं? जिनकी बातचीत से सीमाओं पर थमती है गोलीबारी

जानिए सीजफायर की पहल करने वाले डीजीएमओ कौन होते हैं? जिनकी बातचीत से सीमाओं पर थमती है गोलीबारी
  • मौजूदा समय में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई भारत के डीजीएमओ
  • पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्लाह हैं।
  • पाकिस्तान के डीजीएमओ ने की थी सीजफायर की पहल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेनाओं की ओर से किए गए ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान दुनियाभर के देशों के साथ गिड़गिड़ाना लगा था। अमेरिकी हस्तक्षेप के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच सीमाओं पर सीजफायर हुआ। दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच आज इस पर बातचीत शुरु हो गई है।

आप जानने के इच्छुक होंगे किआखिरकार डीजीएमओ कौन होते हैं। डीजीएमओ यानी डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस-सेना में इस पद की क्या जिम्मेदारी होती है। तो आपको बता दें सभी सैन्य अभियानों की योजना और क्रियान्वयन युद्ध, आतंकवाद-विरोधी मिशनों और शांति अभियानों की रणनीति डीजीएमओ के पास होती है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें, थल सेना में डीजीएमओ यानी डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस का पद होता है। वहीं वायु सेना में इसके समकक्ष पद को डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशंस और नौसेना में डायरेक्टर जनरल नेवल ऑपरेशंस के नाम से जाना जाता है।

भारत के डीजीएमओ कौन?

मौजूदा समय में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई भारत के डीजीएमओ हैं। वह आईएमए देहरादून के पूर्व छात्र हैं और 1989 में कुमाऊं रेजिमेंट से सेना में शामिल हुए। उन्होंने 25 अक्टूबर 2024 को डीजीएमओ का पद संभाला। इससे पहले वह श्रीनगर स्थित चिनार कॉर्प्स (15वीं कोर) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) रहे। इस दौरान उन्होंने एलओसी की सुरक्षा और घाटी में आतंकी नेटवर्क तोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई।

डीजीएमओ के तौर पर लेफ्टिनेंट जनरल घई की जिम्मेदारी युद्ध अभियानों और आतंकवाद विरोधी अभियानों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने की है। वह सेना को हर ऑपरेशन के लिए तैयार रखते हैं और सरकार के अन्य विभागों और सेवाओं के साथ को-ऑर्डिनेशन करते हैं। इसके साथ ही वह पाकिस्तान के डीजीएमओ के साथ मुख्य सैन्य संवादकर्ता भी हैं और सीमा पर तनाव कम करने के लिए सीधी बातचीत करते हैं।

पाकिस्तान का डीजीएमओ कौन?

इस समय पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्लाह हैं। पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर की पहल वहां के डीजीएमओ ने की थी। जिसके पास सीमा पर गोलीबारी और हमलों की जिम्मेदारी होती है।उन्हें डीजीएमओ पद पर नवंबर 2023 में नियुक्त किया गया था। उन्होंने ही भारत के डीजीएमओ से बात की और सीजफायर पर सहमति बनी।

Created On :   12 May 2025 12:44 PM IST

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