India US Trade Talks: अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने किया बड़ा दावा, कहा- अक्टूबर अंत तक व्यापार समझौते पर लग सकती है मुहर

- केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने रेसिप्रोकल टैरिफ के सवाल का दिया जवाब
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। भारत रूस से सस्ते दामों पर तेल खरीद रहा है। इसको लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार धमका चुका है। इस बीच ट्रंप ने भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ भी लगा दिया जो बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है। इसके कुछ दिनों बाद अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका के साथ ट्रेड डील में थोड़ा अड़ियल रुख अपनाया है। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के बयान 'रूस से तेल खरीदे' का समर्थन करते हुए कहा इस वजह से भारत पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया है।
बता दें कि अमेरिका द्वारा लगाए भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ 27 अगस्त से लागू होने जा रहा है। इसे लेकर दोनों देशों के बीच अभी बातचीत जारी है।
व्यापार समझौते पर क्या बोले अमेरिकी वित्त मंत्री
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अमेरिकी वित्त मंत्री के हवाले से बताया कि दोनों देशों को बीच बड़े व्यापार समझौते पर विचार किया जा रहा है। इसमें स्विट्जरलैंड भी शामिल है। उन्होंने खास तौर पर भारत का जिक्र करते हुए कहा कि व्यापार समझौते के दौरान थोड़ा अड़ियल रूख अपना रहा है।
फॉक्स बिज़नेस नेटवर्क को स्कॉट बेसेंट ने बताया कि ट्रंप सरकार अक्टूबर के अंत तक व्यापारिक बातचीत पूरी कर सकता है। वहीं, रॉयटर्स को उन्होंने बताया कि यह महत्वाकांक्षी है, लेकिन अमेरिका एक अच्छी स्थिति में दिखाई दे रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हमे लगता है कि हम कुछ अहम देशों के प्रति मजबूत शर्तों पर सहमति बना सकते हैं।
भारत को इतने प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ का करना पड़ेगा सामना
इस मामले में भारतीय केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने बीते मंगलावर को संसद में जानकारी दी थी कि अमेरिका को भारत के कुल निर्यात मूल्य के आधे से अधिक हिस्सो पर रेसिप्रोकल टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी के एक लिखित सवाल के जवाब में कहा कि अमेरिका ने भारत पर लगाए गए टैरिफ के हिसाब से कुल निर्यात पर करीब 55 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ का सामना करन पड़ेगा।
Created On :   13 Aug 2025 1:56 PM IST