पाकिस्तान: संविधान संशोधन को लेकर पाक में बवाल, सड़कों पर उतरें हजारों लोग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में संविधान संशोधन के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे है। पाक में मचे बवाल के पीछे एक और कारण पीटीआई संस्थापक इमरान खान की बहनों के साथ कथित दुर्व्यवहार बताया जा रहा है। इन दोनों ही वजहों से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और तहरीक तहफ्फुज आयीन-ए-पाकिस्तान (टीटीएपी) ने पूरे देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन किए। कार्यकर्ताओं ने संविधान में हस्तक्षेप के खिलाफ नारे लगाए और इमरान खान के समर्थन में रैलियां कीं।
बटग्राम, बाजौर और अन्य जिलों में बड़े बड़े प्रदर्शन और रैलियां हुईं। पीटीआई कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि 27वां संशोधन पीटीआई को चुनाव प्रक्रिया से बाहर करने और सरकार की विफलताओं को छिपाने के लिए लाया गया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इमरान खान की बहनों के साथ कथित दुर्व्यवहार असहनीय है और सरकार फॉर्म-47 का इस्तेमाल कर न्यायपालिका पर दबाव डाल रही है। उनका कहना था कि पीटीआई सबसे लोकप्रिय राजनीतिक शक्ति है और उसे कमजोर करने की कोशिश जारी है।
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कराची में पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। खैबर पख्तूनख्वा में पीटीआई के प्रांतीय अध्यक्ष जुनैद अखबर के निर्देश पर टीटीएपी के साथ मिलकर बड़ी रैलियां निकाली गईं। पेशावर प्रेस क्लब के बाहर भारी संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठे हुए। उन्होंने सरकार को बातचीत या शांतिपूर्ण विरोध दो खुले विकल्प दिए हैं। उन्होंने 27वें संशोधन के तहत दी गई इम्यूनिटी को इस्लाम-विरोधी और असंवैधानिक बताया
सांसद शाहरेम तरकई ने स्वाबी-जहांगीरा रोड पर प्रदर्शन के दौरान कहा आतंकवादियों को कभी इस्लामाबाद की कोर्ट में पेश नहीं किया गया ,पंजाब में पीटीआई की मुख्य आयोजक आलिया हमजा ने सभी टिकटधारकों को काली पट्टी बांधकर विरोध में शामिल होने का निर्देश दिया।
पंजाब ,खैबर पख्तूनख्वा और कराची में आयोजित इन विरोध प्रदर्शनों में कार्यकर्ताओं ने संविधान की रक्षा और राजनीतिक प्रतिशोध के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने रैलियों में काले झंडे ,संविधान बचाओ के नारे और इमरान खान के पोस्टर लगाए है। इमरान खान के समर्थकों का कहना है कि संविधान की सर्वोच्चता, कानून के शासन और मानवाधिकारों के लिए पीटीआई का संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों पर कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का आरोप लगाया और कहा कि केवल चुने हुए लोग ही पाकिस्तान पर शासन कर सकते हैं, जो थोपे गए हैं उनका शासन अवैध है।
Created On :   22 Nov 2025 9:37 AM IST












