जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन: कॉप 30 के लिए दक्षिण एशिया के दूत नियुक्त हुए सीईईडब्ल्यू के अरुणाभा घोष

- सम्मेलन इस साल नवंबर में 10 से 21 तारीख तक ब्राजील में बेलेम में आयोजित किया जाएगा
- डॉ घोष कॉप 30 के लिए नियुक्त हुए आठ अंतरराष्ट्रीय दूतों में से एक
- पृथ्वी के लिए संकट की सीमा पार होने का खतरा मंडरा है-डॉ घोष
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। डॉ. अरुणाभा घोष को जलवायु परिवर्तन पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन -कॉप 30 के लिए दक्षिण एशिया का दूत नियुक्त किया गया है। डॉ. घोष ने कहा कॉप30 एक ऐसा मंच होना चाहिए, जहां पर ग्लोबल साउथ को न केवल सुना जाए, बल्कि जलवायु नेतृत्व के उनके अनूठे स्वरूपों को मान्यता और उसे समर्थन दिया जाए। उन्होंने ये भी कहा कर्ज के बढ़ते बोझ, विनाशकारी आपदाएं, विकास की धीमी रफ्तार और तत्काल डीकार्बोनाइजेशन करने की आवश्यकता इस बात का संकेत देती है कि नए दृष्टिकोणों को अपनाना अत्यंत जरूरी है।
आपको बता दें डॉ. घोष जलवायु और ऊर्जा के क्षेत्र में एशिया के प्रमुख अध्ययन संस्थानों में एक राजधानी के काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) के सीईओ है। समाचार एजेंसी यूनीवार्ता से मिली जानकारी के अनुसार सम्मेलन का आयोजन इस साल नवंबर में 10 से 21 तारीख तक ब्राजील में बेलेम में होने वाला है।
बदलती जलवायु परिवर्तन को लेकर डॉ. घोष का कहना है कि पूरी दुनिया में जलवायु से जुड़े व्यवधान तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, जो भू-राजनीति, तकनीकी बदलावों से निर्देशित हैं। इससे पृथ्वी के लिए संकट की सीमा पार होने का खतरा मंडरा है।
सीईईडब्ल्यू की विज्ञप्ति के मुताबिक डॉ घोष कॉप 30 के लिए नियुक्त हुए 8 अंतरराष्ट्रीय दूतों में से एक हैं, ये सभी अलग-अलग भौगोलिक रीजन का प्रतिनिधित्व करेंगे। दूतों में न्यूजीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न , मेक्सिको की पूर्व विदेश सचिव और यूएनएफसीसीसी की पूर्व कार्यकारी सचिव पैट्रिशिया एस्पिनोसा, फ्रांस की जलवायु परिवर्तन राजदूत और कॉप21 के लिए विशेष प्रतिनिधि लॉरेंस ट्यूबियाना, और आईआरईएनए के पहले महानिदेशक और कॉप28 यूएई के सीईओ अदनान अमीन जैसी वैश्विक हस्तियां शामिल हैं।
Created On :   15 May 2025 5:46 PM IST