Delhi Terror Blast Update: जम्मू-कश्मीर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, कस्टडी में डॉ. मुजम्मिल शकील की बहन, मोबाइल में दिल्ली लाल किले से जुड़े मिले सुराग

जम्मू-कश्मीर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, कस्टडी में डॉ. मुजम्मिल शकील की बहन, मोबाइल में दिल्ली लाल किले से जुड़े मिले सुराग
धमाके से जुड़े आरोपियों के सुराग जम्मू-कश्मीर में मिले हैं। जहां पर राज्य की पुलिस ने डॉ. मुजम्मिल शकील गनी की बहन डॉ. असमत शकील को कस्टडी में ले लिया है।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके से जुड़े आरोपियों के सुराग जम्मू-कश्मीर में मिले हैं। जहां पर राज्य की पुलिस ने डॉ. मुजम्मिल शकील गनी की बहन डॉ. असमत शकील को कस्टडी में ले लिया है। तलाशी के दौरान उसके पास से मोबाइल बरामद किया, जिसमें दिल्ली लाल किले से संबंधि कई अहम सुराग हाथ लगे। पुलिस को यह भी शक हो रहा है कि 26 जनवरी के दिन लाल किले को उड़ाने की साजिश रची गई थी। लेकिन, उस दिन भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है और प्रधानमंत्री इसी प्रचीर से देश को संबोधित करते है। इस कारण लाल किले के आसपास के इलाकों पर सुरक्षा एजेंसियों की चप्पे-चप्पे पर नजर रहती है। इस कारण से उसकी प्लानिंग फेल हो गई होगी।

बता दें गनी के पिता शकील अह गनई है, जो पुलवामा के रहने वाले हैं। गनी पहले ही जैश-ए-मोहम्मद और एजीयूएच आतंकवादी मॉड्यूल में अरैस्ट हो चुका है।

पुलिस ने की थी ये बड़ी कार्रवाई

जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हो गया था। इस दौरान तीन डॉक्टर्स समेत 8 लोगों की गिरफ्तार किया गया था। इसके कुछ ही घंटों पर दिल्ली के लाल किले का पास जोरदार आतंकी धमाका हुआ, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 24 अन्य घायल हो गए थे। लेकिन इस धमाके के पहले पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के अलावा हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आतंकी मॉड्यूल का उजागर किया था और आतंकियों से पास से कुल 2,900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर बरामद किया था।

धमाके से पहले दिल्ली के लाल किले का किया मुआयना

डॉ. मुजम्मिल ने अपने साथी डॉ. उमर नबी के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ भाड़ वाले इलाकों का पता लगाने के लिए लाल किले का दौरा किया था। पुलिस ने इसकी पुष्टि टावल लोकेशन डेटा और आसपास के इलाकों से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की। सोमवार को दिल्ली के लाल किले के पास जिस गाड़ी में आतंकी हमला हुआ था, उसमें संभवित डॉ. उमर नबी चला रहा था। वह अल-फलाह विश्वविद्यालय में अस्सिटेंट प्रोफेसर के पद पर था।

Created On :   12 Nov 2025 11:03 PM IST

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