मानसून ने पकड़ी रफ्तार, अगले हफ्ते मध्यप्रदेश पहुंचने के आसार, तूफानी चक्रवात बिपरजॉय को लेकर आईएमडी ने जारी किया अलर्ट

  • 20 के बाद मध्यप्रदेश में होगी एंट्री
  • बिपरजॉय की वजह से हुई मानसून में देरी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। केरल में एंट्री लेने के बाद मानसून ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। 10 जून तक इसके कर्नाटक और तमिलनाडू पहुंचने की संभावना है। वहीं दूसरी तरफ केरल से लगे तामिलनाडू के कुछ हिस्सों में मानसूनी बारिश शुरू हो चुकी है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक आने वाले दो से तीन दिनों में यह पूरे तामिलनाडू समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में पहुंच जाएगा।

मौसम विभाग के अनुसार, 10 जून के बाद मानसून दक्षिण भारतीय राज्यों से आगे बढ़ते हुए महाराष्ट्र में एंट्री में लेगा। इसके बाद यह पूर्वोत्तर राज्यों से होते हुए बंगाल और बिहार की तरफ बढ़ेगा। विभाग ने बताया कि मानसून के कारण गुजरात, एमपी, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार में बारिश शुरू हो जाएगी।

2 हफ्ते के अंदर मध्यप्रदेश में दस्तक देगा मानसून

केरल में एंट्री के बाद अगले दो हफ्तों के भीतर मध्यप्रदेश में भी मानसून का आगमन हो जाएगा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अगर मानसून की रफ्तार ऐसी ही रही तो राज्य में 20 जून के बाद कभी भी मानसून दस्तक दे सकता है। बता दें कि मध्यप्रदेश में मानसून का आगमन बुरहानपुर, खंडवा और खरगौन के रास्ते होता है। पिछले साल मानसून ने 16 जून को ही प्रदेश में एंट्री ले ली थी। इसके बाद 1 जुलाई तक यह पूरे प्रदेश में प्रभावी हो गया था। प्रदेश में आमतौर पर मानसून की एंट्री 15 जून तक हो जाती है। लेकिन इस बार तूफानी चक्रवात बिपरजॉय की वजह से मानसून का केरल में आगमन देर से हुआ है जिस वजह से मध्यप्रदेश में भी इसकी एंट्री 8 से 10 दिन लेट हो रही है।

आईएमडी ने बिपरजॉय को लेकर जारी किया अलर्ट

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के बारे में जानकारी देते हुए मौसम विभाग ने बताया कि अगले 36 घंटों में इसमें तेजी आएगी। जिसका असर महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात और केरल के तटीय इलाकों में देखने को मिल सकता है। इस दौरान इस स्थानों पर आंधी चलने के साथ तेज बारिश होने के आसार हैं। विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट के बाद प्रशासन ने तटीय इलाके में मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार, बिपरजॉय 11 जून के बाद तूफान उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ जाएगा।

Created On :   9 Jun 2023 7:28 AM GMT

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