पहाड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए सेना तैयार कर रही है 'माउंटेन स्ट्राइक कोर'

ुडिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को जम्मू में एक समारोह के दौरान बताया है कि देश पर अचानक आने वाले खतरों से मुकाबला करने के लिए प्रतिरोधक बल के रूप में सेना एक माउंटेन स्ट्राइक कोर को तैयार कर रही है। इस सैन्य बल को 17 कोर का नाम दिया गया है। अभी तक कोर के एक डिविजन के लिए करीब 25 हजार सैनिकों को तैयार किया जा चुका है। यह कोर पहाड़ी चुनौतियों का सामना करने में निपुण होगी। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सन् 2014 में 17 कोर के गठन को मंजूरी दी गई थी। इसके साथ ही आर्मी चीफ ने यह भी कहा है कि डोकलाम जैसी स्थितियों से निपटने के लिए सेना को हर वक्त तैयार रहना होगा। इस कार्यक्रम में आर्मी चीफ ने 47 आर्म्ड डिविजन को राष्ट्रपति ध्वज से नवाज़ा।
यह बोले बिपिन रावत
- चीन सीमा पर डोकलाम जैसी स्थिति से निपटने के लिए सेना को हर वक्त तैयार रहना चाहिए।
- माउंटेन स्ट्राइक कोर के एक डिविजन के लिए करीब 25 हज़ार सैनिकों को तैयार किया गया है।
- इसका वर्तमान मुख्यालय रांची में स्थित है।
- 72 डिविजन का गठन पूरा हो जाने पर 17-कोर का मुख्यालय पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में होगा।
- कश्मीर घाटी में सुरक्षा की स्थिति में सुधार हो रहा है।
- कश्मीर घाटी आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वाले हताश हो चुके हैं।
- भारतीय सेना आतंकवादियों का सफाया करती रहेगी।
- सोशल मीडिया पर कट्टरपंथ के अभियान से भटके युवाओं को वापस लाया जाएगा।
- पाक प्रायोजित आतंकवाद से निपटने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक के अलावा भी कईं तरीके हैं।
- पठानकोट, उरी और नगरोटा में हुए आतंकवादी हमले की जांच पूरी हो चुकी है।
- आतंकी हमलों में दोषी पाए गए लोगों को दंडित किया जा रहा है। किसी को नहीं बख्शा गया है।
- एलओसी के पार आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर कभी बंद ही नहीं हुए।
Created On :   22 Oct 2017 12:57 AM IST