अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित चौबे ने किया सरेंडर, कहा- 'ऊपरी अदालत में जाएंगे'
डिजिटल डेस्क, पटना। केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित चौबे ने देर रात हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच पटना में सरेंडर कर दिया है। बीते दिन ही भागलपुर की एक अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इसके कुछ ही घंटों बाद अर्जित शाश्वत चौबे ने समर्थकों की भीड़ के साथ पहुंचकर सरेंडर कर दिया। शाश्वत के खिलाफ भागलपुर में सांप्रदायिक हिंसा से संबंधित एक मामले में गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था।
ऊपरी अदालत में जाएंगे शाश्वत
शाश्वत देर रात अपने समर्थकों के साथ पटना स्थित महावीर मंदिर के साथ पहुंचे और सरेंडर किया। इस दौरान अपने खिलाफ दर्ज FIR को पूरी तरह झूठ बताते हुए अर्जित ने कहा कि वह इंसाफ के लिए ऊपरी अदालत में जाएंगे। समर्पण करने से पहले उन्होंने कहा, “मैं सरेंडर करने जा रहा हूं, हम लोग ऊपरी अदालत में जाएंगे, मेरे खिलाफ दर्ज एफआईआर झूठ है।” अर्जित शाश्वत चौबे ने कहा कि अगर जय श्री राम कहना अपराध है तो वह अपराधी हैं।
पुलिस का रवैया असंतोषजनक-शाश्वत
शाश्वत चौबे ने कहा कि इस मामले में नाथनगर पुलिस का रवैया असंतोषजनक है। उन्होंने कहा कि आखिर बम फेंकने वालों पर पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। इससे पहले उन्होंने समर्पण करने से इंकार कर दिया था और कहा था कि वह कोई अपराधी नहीं हैं। भागलपुर के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुमुद रंजन ने अर्जित शाश्वत की जमानत याचिका खारिज की थी। शाश्वत के वकील वीरेश कुमार मिश्रा ने बताया कि अदालत ने एक पंक्ति का आदेश सुनाते हुए कहा कि अर्जित शाश्वत की याचिका खारिज की जाती है।
भागलपुर हिंसा के चलते जारी हुआ था वारंट
एक सप्ताह पहले अपने खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद शाश्वत ने अदालत का रुख किया था। 17 मार्च को दो समुदायों के बीच हिंसा भड़कने के संबंध में भागलपुर के नाथनगर पुलिस थाना में दर्ज एक प्राथमिकी में शाश्वत एवं आठ अन्य आरोपियों के नाम शामिल हैं, जिसके आधार पर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। सरेंडर करने के बाद पुलिस अर्जित शाश्वत को गांधी मैदान थाने ले गई, अर्जित शाश्वत को थाने में करीब डेढ़ घंटे रखा गया। इस दौरान अर्जित शाश्वत को बोतलबंद पानी, गरमा गरम चाय दी गई।
पटना के ASP राकेश दुबे भी कक्ष में मौजूद रहे। इस दौरान मीडियाकर्मियों की काफी भीड़ कक्ष के बाहर मौजूद रही। गांधी मैदान थाने के बाहर अर्जित शाश्वत की पत्नी ने कहा कि मेरे पति निर्दोष हैं, उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। अर्जित ने बवाल के लिए भागलपुर के विधायक को जिम्मेदार बताते हुए कहा, 10 दिनों से जिले में जो गतिविधि हो रही है, उसके लिए विधायक शर्मा जी जिम्मेदार हैं।
विधायक के फोन का रिकॉर्ड निकाल लीजिए तो पता चल जाएगा कि कौन दंगाई है। वहीं, भागलपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने कहा, “जमानत याचिका खारिज होने और कोर्ट में कुर्की का आवेदन देने से अर्जित पर दबाव बढ़ा, जिसके चलते पुलिस को कामयाबी मिली।
Created On :   1 April 2018 8:54 AM IST