प्रद्युम्न मर्डर केस : कंडक्टर अशोक को मिली जमानत

bus conductor ashok get bail in pradyuman murder case by Gurugram district court
प्रद्युम्न मर्डर केस : कंडक्टर अशोक को मिली जमानत
प्रद्युम्न मर्डर केस : कंडक्टर अशोक को मिली जमानत

डिजिटल डेस्क, गुरुग्राम। रेयान इंटरनेशनल स्‍कूल में 8 वर्षीय प्रद्युम्‍न ठाकुर मर्डर केस में सुनवाई करते हुए जिला कोर्ट ने बस कंडक्टर अशोक को जमानत दे दी है। कोर्ट के आदेश के बाद कंडक्‍टर अशोक तीन महीने बाद जेल से बाहर आएगा। कोर्ट में कंडक्‍टर अशोक कुमार की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान CBI ने विरोध किया था। मगर कोर्ट ने अशोक को 50,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी है, जो प्रद्युम्न मर्डर केस में 3 महीने से जेल में था।

सोमवार को जिला अदालत ने जमानत याचिका पर सुनवाई करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। 8 सितंबर को हुए प्रद्युम्न हत्याकांड में आरोपी बनाए गए कंडक्टर अशोक के खिलाफ CBI कोई सबूत पेश नहीं कर पाई थी। CBI नहीं चाहती थी कि अशोक को जमानत मिले, इसलिए उसने इसका विरोध भी किया था। इस मामले की जांच अब CBI कर रही है और उसने 11वीं कक्षा के छात्र को गिरफ्तार किया है।

CBI की कार्रवाई अशोक के पक्ष में
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रजनी यादव ने अशोक कुमार और CBI दोनों के वकीलों की दलीलें सुनीं। कंडक्टर अशोक के वकील मोहित वर्मा ने बताया था कि CBI ने FSL रिपोर्ट कोर्ट के समक्ष पेश की और अभी तक की FSL रिपोर्ट से अशोक के लिए राहत की खबर है। ब्लड सैंपल तो मैच हुआ नहीं, साथ ही साइट पर मिले फिंगर प्रिंट भी अशोक से मैच नहीं हुए। ऐसे में CBI की अब तक की कार्रवाई अशोक के पक्ष में ही जाती नजर आ रही है।

अशोक को बनाया था आरोपी
गौरतलब है कि रेयान स्कूल में प्रद्युम्न मर्डर के कुछ ही घंटों बाद हरियाणा पुलिस ने बस कंडक्टर अशोक को आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया था। अशोक ने हत्या का जुर्म कुबूल भी कर लिया था, लेकिन कुछ दिनों बाद उसने कहा था कि उसे फंसाया जा रहा है, उसने हत्या नहीं की है। वहीं प्रद्युम्न के परिजनों ने CBI जांच की मांग की थी। 15 सितंबर को केस CBI को सौंप दिया गया था और हत्याकांड के ठीक 2 महीने बाद CBI ने उसी के स्कूल में पढ़ने वाले सीनियर छात्र को आरोपी बताया।

आज नहीं तो कल, अशोक बाहर आ ही जाएगा
CBI के मुताबिक, आरोपी छात्र ने एग्जाम और PTM की तारीख टलवाने के लिए प्रद्युम्न का मर्डर किया था। छात्र को आरोपी बनाए जाने के बाद से समझा जा रहा था कि CBI ने कंडक्टर को क्लीन चिट दे दी है, लेकिन ऐसा नहीं था। अशोक के पिता अमीचंद इससे कुछ निराश हुए थे, पर उन्होंने कहा था, "बेटे की रिहाई तो होनी है। उम्मीद है जल्द उसे छोड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि CBI की जांच के बाद कानून व्यवस्था पर हमें भरोसा है। हमें पूरी उम्मीद है कि आज नहीं तो कल, अशोक बाहर आ ही जाएगा।"

Created On :   21 Nov 2017 4:52 PM IST

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