औरंगाबाद में एक ही दिन में काेरोना की ट्रिपल सेंचुरी, कल से जनता कर्फ्यू
- एक ही दिन 308 कोरोना संक्रमित मिलने से प्रशासन की उड़ी नींद
- कोरोना का इलाज करने वाले अस्पतालाें व अखबारों को छोड़कर 18 तक सभी गतिविधियां रहेंगी बंद
- दुपहिया वाहन चलाने पर भी लगेगा जुर्माना
डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद । जिले में गुरुवार सुबह 166 और दोपहर में 142 कोरोना संक्रमित और पाए जाने के साथ ही कोरोना ने पहली बार ट्रिपल सेंचुरी जड़ दी है। इस तरह अब तक एक ही दिन में सर्वाधिक 308 रोगी मिले हैं। पांच लोगों ने दोपहर तक इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इनमें 189 रोगी औरंगाबाद मनपा क्षेत्र तथा 119 ग्रामीण भाग में मिले हैं। इनमें 180 पुरुष तथा 128 महिलाएं शामिल हैंं। इस तरह अब तक जिले में कुल 7646 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें से 335 रोगी उपचार के दौरान जान गंवा चुके हैं। 4033 रोगी अब तक स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। 3278 रोगियों का इस समय उपचार शुरू है।
मेडिकल स्टोर भी बंद रहेंगे
इधर, बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए औरंगाबाद में एक बार फिर से 10 जुलाई से 18 जुलाई तक के लिए जनता कर्फ्यू लगाया जा रहा है। इस दौरान सुबह आठ बजे तक केवल दूध की दुकानें खुली रखने की अनुमति है। इसके अतिरिक्त हर गतिविधि पर पूर्णत: रोक रहेगी। शहर एवं वालूज परिसर में कर्फ्यू के दौरान सभी उद्योग-धंधे भी बंद रहेंगे। सड़कों पर दुपहिया वाहनों की आवाजाही की भी इजाजत नहीं होगी। कोरोना का इलाज करने वाले अस्पतालों एवं उनसे जुड़े मेडिकल स्टोर को छोड़कर अन्य सभी स्वास्थ्य केंद्र व मेडिकल स्टोर भी बंद रहेंगे। शहर की सभी सीमाएं रात 12 बजे से सील कर दी जाएंगी। अत्यंत महत्वपूर्ण कारण के बगैर शहर में आने वाले अथवा शहर से जाने वाले हर व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी।
50 हजार लोगों का कराएंगे कोरोना टेस्ट
मनपा प्रशासक आस्तिक कुमार पांडे ने इस दाैरान शहर में करीब 50 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट करने का लक्ष्य रखा है। शहर में जहां भी कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगे, वहां 500 मीटर का संपूर्ण परिसर क्वारंटाइन किया जाएगा।
पेट्रोल पंप भी लॉक
जनता कर्फ्यू के काल में सरकारी पेट्रोल पंप पर केवल शासकीय कामकाज एवं अत्यावश्यक सेवा कार्य में लगे वाहनाें में ईंधन भरने की इजाजत रहेगी। निजी पेट्रोल पंप पूर्णत: बंद रहेंगे।
बैंक भी नहीं खुलेंगे
दूध एवं न्यूज पेपर आदि अावश्यक चीजों के वितरण के लिए आठ बजेतक का समय निर्धारित किया गया है। कृषि बाजार एवं बैंक भी पूर्णत: बंद रहेंगे। केवल शासकीय एवं अत्यावश्यक काम के लिए ही घर से बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। जनता कर्फ्यू के दौरान किसी को भी राशन या खाने के पैकेट बांटने की भी इजाजत नहीं दी जाएगी।
पिछले तीन दिनों से बाजार में पांव रखने को जगह नहीं
औरंगाबाद में 10 जुलाई से होने वाले जनता कर्फ्यू के दौरान हर गतिविधि पर लगने वाली रोक के मद्देनजर पिछले तीन दिनाें में शहरवासियों में जरूरत का हर सामान जुटा लेने की हड़बड़ी मची हुई है। शहर के बाजारों के साथ-साथ कृषि उत्पन्न बाजार समिति में रोज सुबह इतनी भीड़ इकट्ठी हुई है कि पांव रखने को भी जगह नहीं बचती। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग आदि नियम पूर्णत: ताक पर रख दिए गए हैं। लोगों का कहना है कि कर्फ्यू के दौरान आवश्यक चीजों के लेन-देन पर रोक लगाने से लोगों को इस तरह सामान खरीदने के लिए भागादौड़ी करनी पड़ी और ऐसे हालात में कोरोना विस्फोट होने की आशंका से ना तो अब इनकार किया जा सकता है और ना ही तब, जब कर्फ्यू हटेगा। क्योंकि, तब भी लोग इसी तरह से सामान खरीदने के लिए तेजी से बाहर निकलेंगे।
Created On :   9 July 2020 4:27 PM IST