Indus Water Treaty: 'सिंधु जल संधि पर फिर से विचार करें..', घुटनों पर आया पाकिस्तान, भारत के सामने गिड़गिड़ाया

सिंधु जल संधि पर फिर से विचार करें.., घुटनों पर आया पाकिस्तान, भारत के सामने गिड़गिड़ाया
  • पहलगाम हमले के बाद भारत ने स्थगित किया सिंधु जल समझौता
  • पाकिस्तान में पैदा हो सकता है भीषण जलसंकट
  • पाक के जल संसाधन मंत्रालय ने भारत के जल शक्ति मंत्रालय को लिखा पत्र

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले महीने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई एक्शन लिए थे जिनमें से एक सिंधु जल संधि का स्थगन था। भारत द्वारा सिंधु नदी समेत अन्य कई नदियों का पानी रोकने के बाद अब पाकिस्तान घुटनों पर आ गया है। उसने मोदी सरकार से अपने इस फैसले पर दोबारा विचार करने की अपील की है। पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय ने भारत के जल शक्ति मंत्रालय से अपील की है कि उसके इस फैसले से भारत में गंभीर जलसंकट पैदा हो सकता है।

पाकिस्तान के जल संसाधन सचिव सय्यद अली मुर्तज़ा ने भारत को लिखे पत्र में कहा, "सिंधु जल समझौता स्थगित होने की वजह से पाकिस्तान में खरीफ की फसल के लिए पानी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है।" वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नियमों के मुताबिक इस पत्र को भारत के विदेश मंत्रालय भी भेज दिया गया है, लेकिन भारत ने पाकिस्तान की अपील को ठुकरा दिया है।

बता दें कि 12 मई को देश के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी और सैन्य ठिकानों पर जवाबी एक्शन केवल स्थगित किया है, आने वाले दिनों में पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापा जाएगा कि वह क्या रवैया अपनाता है। निश्चित रूप से यह युग युद्ध का नहीं है तो यह युग आतंकवाद का भी नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति, एक बेहर दुनिया की गारंटी है।

पीएम ने आगे कहा कि जिस तरह से आज पाकिस्तानी सेना और वहां की सरकार आतंकवाद को सपोर्ट कर रही हैं वो एक दिन उनके देश को खत्म कर देगा। अगर पाकिस्तान को बचना है तो उसे अपने इंफ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा। भारत का मत एकदम साफ है - टेरर और टॉक, एक साथ नहीं चल सकते, पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकते।

Created On :   14 May 2025 7:56 PM IST

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