'ड्रैगन' की एक और चाल, हिंद महासागर में तैनात की सबमरीन

By - Bhaskar Hindi |27 July 2017 10:05 AM IST
'ड्रैगन' की एक और चाल, हिंद महासागर में तैनात की सबमरीन
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली. भारत और चीन के बढ़ते तनाव के बीच चीन ने हिंद महासागर क्षेत्र में पनडुब्बी तैनात की है। ये एक परंपरागत डीजल-बिजली से चलने वाली पनडुब्बी है। चीन की तरफ से पनडुब्बी की तैनाती का यह पहला मामला नहीं है। पहले भी 7 बार इस क्षेत्र में पनडुब्बी की तैनाती की जा चुकी है। हिंद महासागर में तैनात की गई पनडुब्बी चीनी नौसेना की है।
भारत ने हाल ही में एक पनडुब्बी को हिंद महासागर क्षेत्र से उठाया था। चीनी नौसेना की ओर से हिंद महासागर में की जा रही गतिविधियों को भारतीय नौसेना ने नोटिस भी किया है। हाल में ही भारतीय नौसेना ने कार्रवाई करते हुए हिंद महासागर से चीन के 14 युद्धुपोतों को उठाया है।
पहली बार भारत ने दिसंबर 2013 में चीनी युद्धपोत को उठाया था। चीन ने फरवरी 2014 तक के लिए इस युद्धपोत को तैनात किया गया था। चीनी नौसेना की हिंद महासागर में बढ़ती हुई सक्रियता भारत के लिए चिंता का विषय है।
गौरतलब है कि चीनी मीडिया ने इस बात की संभावना जताई थी कि सीमा विवाद में चीन युद्ध तक जा सकता है। इससे पहले चीनी मीडिया ने यह भी कहा था कि भारत को 1962 के युद्ध का सबक याद रखना चाहिए। चीन को जवाब देेते हुए भारत के रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि 2017 का भारत 1962 का भारत नहीं है। जेटली के बयान पर चीन ने पलटवार करते हुए कहा था कि चीन भी 1962 वाला नहीं है।
पहली बार भारत ने दिसंबर 2013 में चीनी युद्धपोत को उठाया था। चीन ने फरवरी 2014 तक के लिए इस युद्धपोत को तैनात किया गया था। चीनी नौसेना की हिंद महासागर में बढ़ती हुई सक्रियता भारत के लिए चिंता का विषय है।
गौरतलब है कि चीनी मीडिया ने इस बात की संभावना जताई थी कि सीमा विवाद में चीन युद्ध तक जा सकता है। इससे पहले चीनी मीडिया ने यह भी कहा था कि भारत को 1962 के युद्ध का सबक याद रखना चाहिए। चीन को जवाब देेते हुए भारत के रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि 2017 का भारत 1962 का भारत नहीं है। जेटली के बयान पर चीन ने पलटवार करते हुए कहा था कि चीन भी 1962 वाला नहीं है।
Created On :   4 July 2017 9:25 AM IST
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