पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एम्स में भर्ती, जारी है रूटीन चेकअप
- एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया की निगरानी में डॉक्टरों की टीम कर रही है अटल जी का चेकअप
- कई दिनों से अस्वस्थ थे अटल जी
- फिलहाल स्थिति सामान्य
- भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी रूटीन चेकअप के लिए एम्स में भर्ती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को एम्स में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि रूटीन चेकअप के लिए उन्हें यहां लाया गया है। एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया की निगरानी में डॉक्टरों की टीम अटल जी का चेकअप कर रही है। फिलहाल उनकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है। अटल जी यहां डॉ. रणदीप गुलेरिया की देखरेख में ही रहेंगे। इस संबध में बीजेपी की ओर से प्रेस रिलीज जारी कर भी जानकारी दी गयी है। इसमें बताया गया है कि डॉक्टरों की सलाह पर पूर्व प्रधानमंत्री को एम्स में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी पिछले काफी दिनों से अस्वस्थ हैं। पिछले काफी समय से अपने सरकारी आवास पर ही डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज और देखरेख चल रही थी।
Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee admitted to All India Institutes of Medical Sciences (AIIMS). He has been admitted for routine check-up and investigations. He will be under the supervision of Dr. Randeep Guleria, Director, AIIMS. https://t.co/SxB7d9Tp3b
— ANI (@ANI) June 11, 2018
#UPDATE Atal Bihari Vajpayee"s condition is stable and a team of doctors under the supervision of Dr Randeep Guleria, Director AIIMS are conducting tests: All India Institute of Medical Sciences
— ANI (@ANI) June 11, 2018
पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी 93 वर्ष के हैं। उनका जन्म ग्वालियर के एक सामान्य परिवार में 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। पेशे से पत्रकार और शौक से कवि के रूप में पहचाने जाने वाले अटल जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक से अपना राजनैतिक जीवन शुरू किया था और वे तीन बार देश के प्रधानमंत्री बनें।
एक नजर में अटल जी का जीवन
- अटल जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्लावियर में हुआ।
- अटल जी के पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी ग्वालियर में अध्यापक थे। वे हिन्दी व ब्रज भाषा के सिद्धहस्त कवि भी थे। अपने पिता के इन गुणों से अटल भी अलंकृत हुए।
- अटलजी छात्र जीवन से ही राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से जुड़ गए। कानपुर में अपनी एलएलबी की पढ़ाई को बीच में ही छोड़कर अटल जी संघ के फूल टाइम प्रचारक बन गए।
- अटलजी पांचजन्य, राष्ट्रधर्म, दैनिक स्वदेश और वीर अर्जुन जैसे पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादक रहे।
- सन् 1955 में उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा, परन्तु सफलता नहीं मिली।
- अटलजी सन् 1957 के लोकसभा चुनावों में पहली बार उत्तरप्रदेश की बलरामपुर लोकसभा सीट से जनसंघ के प्रत्याशी के रूप में विजयी होकर लोकसभा में पहुंचे।
- अटलजी सन् 1968 से 1973 तक भारतीय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।
- अटलजी 1957 से 1977 तक लगातार जनसंघ की ओर से संसदीय दल के नेता रहे।
- 1977 के लोकसभा चुनाव में इंदिरा गांधी की हार के बाद मोरार जी देसाई के नेतृत्व में जनता पार्टी की सरकार बनी। इसमें अटलजी विदेश मंत्री बनें। अटलजी 1977 से 1979 तक देश के विदेश मंत्री रहे।
- 1980 में जनता पार्टी के टूट जाने के बाद अटलजी ने अपने सहयोगी नेताओं के साथ "भारतीय जनता पार्टी" की स्थापना की। अटलजी इसके पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
- 1996 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। अटलजी देश के प्रधानमंत्री बने, लेकिन यह सरकार 13 दिन में ही गिर गई।
- 1998 के आम चुनाव में बीजेपी फिर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और अटलजी दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। अटल जी की यह सरकार 13 महीने तक चली। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के समर्थन वापस लेने से उनकी सरकार गिर गई।
- 1999 के आम चुनाव में बीजेपी को एक बार फिर सबसे ज्यादा सीटें मिली। इस बार अटल जी की सरकार पूरे 5 साल चली।
- 2004 के आम चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए ने बीजेपी के एनडीए को हराकर सरकार बनाई। बीजेपी की इस हार के साथ ही अटल जी का राजनैतिक सफर खत्म हो गया।
- 2014 में उन्हें भारत के राष्ट्रपति ने भारत रत्न देने का ऐलान किया। 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनके निवास पर जाकर उन्हें इस सम्मान से नवाजा।
Created On :   11 Jun 2018 1:59 PM IST