हमारी दोस्ती सदियों पुरानी : PM, मैक्रों बोले- भारत हमारा स्ट्रेटेजिक पार्टनर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच शनिवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच 16 अरब डॉलर के 14 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। मीटिंग के बाद दोनों नेताओं ने हैदराबाद हाउस में ज्वॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें पीएम मोदी ने कहा कि "भले ही हमारी स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप 20 साल पुरानी है, लेकिन भारत-फ्रांस की सभ्यताओं की स्पिरिचुअल पार्टनरशिप सदियों पुरानी है।" बता दें कि 4 दिन के दौरे पर भारत आए फ्रांसिसी राष्ट्रपति शुक्रवार रात को दिल्ली पहुंचे थे, जहां एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर गले लगाकर उनका स्वागत किया था।
पीएम मोदी ने और क्या कहा?
- ज्वॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि "हम सिर्फ दो सशक्त स्वतंत्र देशों व दो विविधतापूर्ण लोकतंत्रों के ही नेता नहीं हैं, हम दो समृद्ध और समर्थ विरासतों के उत्तराधिकारी हैं। हमारी स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप भले ही 20 साल पुरानी हो, हमारे देशों और हमारी सभ्यताओं की स्पिरिचुअल पार्टनरशिप सदियों लम्बी है।"
- पीएम मोदी ने कहा कि "यह संयोग मात्र नहीं है कि लिबर्टी, इक्वेलिटी और फ्रेटरनिटी की गूंज फ्रांस में ही नहीं, बल्कि भारत के संविधान में भी दर्ज हैं। हमारे दोनों देशों के समाज इन मूल्यों की नींव पर खड़े हैं।"
- उन्होंने कहा "डिफेंस, सिक्योरिटी, स्पेस और हाई टेक्नोलॉजी में भारत और फ्रांस के सहयोग का इतिहास बहुत लंबा है। सरकार किसी की भी हो। हमारे संबंधों का ग्राफ सिर्फ और सिर्फ ऊंचा ही जाता है।"
- उन्होंने कहा कि "आज हमारी सेनाओं के बीच रेसिप्रोकल लॉजिस्टिक सपोर्ट के समझौते को मैं हमारे डिफेंस सहयोग के इतिहास में एक स्वर्णिम कदम मानता हूं।"
- पीएम मोदी ने कहा "हम मानते हैं कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों के उज्जवल भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण आयाम है हमारे संबंध। हम चाहते हैं कि हमारे युवा एक दूसरे के देश को जानें, एक दूसरे के देश को देखें, समझें, काम करें, ताकि हमारे संबंधों के लिए हज़ारों एंबेसेडर्स तैयार हों।"
- प्रधानमंत्री ने कहा "इसलिए हम दोनों देशों के बीच दो समझौते हुए है। पहला समझौता एक-दूसरे की एजुकेशन क्वालिटी को मान्यता देने है और दूसरा हमारी माइग्रेशन और मोबिलिटी पार्टनरशिप का है। ये दोनों समझौते हमारे देशवासियों के, हमारे युवाओं के बीच करीबी संबंधों को और मजबूत बनाएंगे।"
- उन्होंने कहा कि "जमीन से लेकर आसमान तक ऐसा कोई विषय नहीं है, जिसमें भारत और फ्रांस साथ मिलकर काम न कर रहे हों।"
इमैनुअल मैक्रों ने क्या कहा?
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा कि "हम यहां पर भारत को अपने पहले स्ट्रेटजिक पार्टनर के तौर पर चाहते हैं और यूरोप में हम भारत के पहले स्ट्रेटजिक पार्टनर बनना चाहते हैं।"
- उन्होंने कहा "भारत और फ्रांस ने आतंकवाद और कट्टरपंथ के खतरों से निपटने के लिए मिलकर काम करने का फैसला किया है। दोनों देशों के बीच डिफेंस को-ऑपरेशन का नया महत्व है।"
शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे प्रेसिडेंट
मोदी के साथ शनिवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद मैक्रॉन विद्यार्थियों के साथ एक खुली चर्चा में शामिल होंगे। इसमें विभिन्न स्तर के करीब 300 छात्रों के भाग लेने की उम्मीद है। शनिवार को ही फ्रांस के राष्ट्रपति ‘ज्ञान सम्मेलन ’ में भी भाग लेंगे। इसमें दोनों पक्षों के 200 से ज्यादा शिक्षाविद शामिल होंगे। फ्रांसीसी राष्ट्रपति अपने इस दौरे के दौरान अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। इस सम्मेलन में कई देशों के प्रमुखों के शामिल होने की संभावना है।
ताजमहल देखने जाएंगे मैक्रॉन
इसके बाद राष्ट्रपति ताजमहल देखने जाएंगे। 12 मार्च को राष्ट्रपति मैक्रॉन वाराणसी पहुंचेंगे। यहां पर पीएम मोदी के साथ करीब 6 घंटों तक रुकेंगे। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों दूसरे विदेशी मेहमान होंगे जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी की सैर कराएंगे। वहीं पीएम इमैनुएल मैक्रों को बनारसी हस्तकला की कारीगरी दिखाने के साथ ही उसकी बारीकी के बारे में भी बताएंगे। दादर कला गांव में 75 मेगावाट सौर उर्जा पावर प्लांट का उद्धाटन भी फ्रांसीसी राष्ट्रपति करेंगे।
Created On :   10 March 2018 12:23 PM IST