हैदराबाद : रमजान को देखते हुए हैदराबाद में सिक्योरिटी बढ़ाई गई 

हैदराबाद : रमजान को देखते हुए हैदराबाद में सिक्योरिटी बढ़ाई गई 

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। मंगलवार से रमजान का पाक महीना शुरू होने जा रहा है। जिसको देखते हुए पुराने हैदराबाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। शहर की व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिए करीब 1500 जवानों को तैनात किया गया है। वहीं व्यापारियों और दुकानदारों ने भी रमजान के मौके पर ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विशेष व्यवस्था की है। 
 


पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था

क्षेत्र के डीसीपी वी सत्यनारायण ने बताया कि हैदराबाद का पुराना शहर संवेदनशील क्षेत्र में आता है इसलिए यहां पर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिसबल तैनात किया गया है। सुबह की नमाज से मध्यरात्रि तक की तरवीह तक किसी भी प्रकार के संघर्ष को रोकने के लिए मस्जिदों के आस-पास बल तैनात किया गया है। रमजान माह के चलते दुकानें 24 घंटे खोली जाएंगी, इसलिए चेन स्नैचिंग से बचने के लिए मुफ्ती टीम और ईव टीजिंग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए शी टीम्स (महिला पुलिसकर्मी) को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि इन तैयारियों के पहले उन्होंने मौलाना और मुस्लिम धर्मावलंबियों के साथ बैठक कर चर्चा की थी। जिसके बाद ये सारी तैयारियां की गई हैं।

डीसीपी ने बताया तेलंगाना की स्पेशल पुलिस फोर्स के साथ ही करीब 1500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है जो पूरे शहरभर में तैनात रहेंगे। वहीं शुक्रवार की होने वाली नमाज के दौरान भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो इसके लिए रैपिड एक्शन फोर्स, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है। साथ ही मस्जिदों में 500 हाई डेफिनेशन कैमरे भी स्थापित किए गए हैं। 
 


बाजारों में की गई खास तैयारियां

वहीं इस मौके पर बाजारों में भी व्यापारियों के द्वारा खासी तैयारियां की गई हैं। ग्राहकों को रिझाने के लिए दुकानों में एक से बढ़कर एक आकर्षक सामान लाया गया है। साथ ही व्यापारियों को 24 घंटे दुकान को खोले रखने की परमीशन दी गई है जिससे वे भी काफी खुश हैं। व्यापारियों का कहना है कि 24 घंटे दुकान को खोले रखने से उनका बिजनेस बढ़ेगा। 
 


क्या है रमजान का पाक महीना

रमजान का पाक महीना 30 दिनों का होता है। इस पूरे महीने रोजे रखे जाते हैं। इस्लामी कैलेंडर में इस महीने को हिजरी कहा जाता है। माना जाता है कि हिजरी के इस पूरे महीने में कुरान पढ़ने से ज्यादा शबाब मिलता है। वहीं, रोजे को इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक माना गया है। इस महीने मुसलमान ताक्वा को प्राप्त करने के लिए रोजे रखते हैं। ताक्वा का अर्थ है अल्लाह को खुश करने के लिए ऐसे काम करना जो उन्हें पसंद हों, और ऐसे कामों से तौबा करना जो अल्लाहपाक को पसंद ना हों। 

Created On :   15 May 2018 9:25 AM IST

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