वायुसेना का एडवांस्ड जेट ट्रेनर 'हॉक' एयरक्राफ्ट दुर्घटनाग्रस्त, पायलट जख्मी
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। भारतीय वायुसेना का एडवांस्ड जेट ट्रेनर "हॉक" एयरक्राफ्ट दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इस घटना में पायलट अरविंद जोशी की सूझ-बूझ से बड़ा हादसा टल गया। पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित कलाईकुंडा एयरबेस से मंगलवार को उड़ान भरी गई थी। जिसके बाद घाटशिला अनुमंडल के बहरागोड़ा के माहुलडुंगरी में मंगलवार दोपहर एक बजे के करीब यह दुर्घटना घटी। जख्मी पायलट अरविंद जोशी ने सूझबूझ दिखाते हुए आपात स्थिति आने पर पहले तो एयरक्राफ्ट की आबादी से दूर ले जाकर नदी के पास लैंडिंग कराई और फिर खुद पैराशूट का इस्तेमाल कर नीचे उतर गए।
माहुलदांगरी गांव में हुआ हादसा
जानकारी के अऩुसार, इस दौरान पायलट जोशी थोड़ा जख्मी भी हो गए। प्राथमिक चिकित्सा के बाद पायलट अरविंद जोशी को एयरफोर्स का एक हेलीकॉप्टर वापस ले गया। बता दें कि अगर आबादी के बीच एयरक्राफ्ट गिरता तो जान-माल का नुकसान हो सकता था। कोलकाता में रक्षा विभाग के प्रवक्ता विंग कमांडर एसएस बिर्दी ने बताया कि यह हादसा ओडिशा व झारखंड की सीमा के पास पूर्वी सिंहभूम जिले के माहुलदांगरी गांव में हुआ।
कोर्ट ऑफ इंक्वायारी का आदेश
कलाईकुंडा वायुसेना स्टेशन से उड़ान भरने के बाद दोपहर करीब 12.45 बजे यह एयरक्राफ्ट ओडिशा-झारखंड सीमा पर स्वर्णरेखा नदी के किनारे रेत में गिरने के बाद तुरंत ही आग की लपटों में घिर गया। हादसे के बाद मौके पर भारी संख्या में स्थानीय लोग पहुंचे और उन्होंने ट्रेनी पायलट को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वायुसेना ने इस हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायारी का आदेश दिया है। वायुसेना सूत्रों का कहना है कि यह एयरक्राफ्ट ने प्रशिक्षण अभ्यास के लिए कलाईकुंडा एयरबेस से रुटीन उड़ान पर था। फिलहाल हादसे की वजह का पता नहीं चल पाया है।
प्लेन क्रेश होने के बाद घटना स्थल पर एयर फोर्स के रेस्क्यू टीम पहुंची है। यह टीम क्रैश होने वाली विमान के मलवे को बालू से निकाल रही है। विमान बालू के अंदर धंस गया है।क्रेन की मदद से दुर्घटनाग्रस्त प्लेन को निकालने का काम किया जाएगा। एयर फोर्स के साथ साथ सीआरपीएप जवान और जिला पुलिस जवान तैनात कर घटना स्थल को सील कर दिया गया है।
बता दें कि बीते साल नवंबर में वायुसेना के एक प्रशिक्षण विमान किरण के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आई थी। वह हादसा हैदराबाद के हाकिमपेट वायुसेना स्टेशन से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर हुआ था। हालांकि उस दुर्घटना में भी प्रशिक्षु महिला पायलट समय पर विमान से बाहर निकलने में कामयाब हो गई थी।
Created On :   21 March 2018 8:10 AM IST