भारत और साउथ कोरिया के बीच 11 MoU पर हुए हस्ताक्षर
- पीएम मोदी ने कहा
- 'यह बहुत प्रसन्नता का विषय है कि कोरिया की कंपनियों ने भारत में न सिर्फ़ बड़े स्तर पर निवेश किया है।
- भारत और साउथ कोरिया के बीच 11 MoU साइन हुए हैं।
- साउथ कोरियाई राष्ट्रपति ने कहा कि साउथ कोरिया और भारत देश के बीच 45 साल से ज्यादा पुराने रिश्ते हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी और साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के बीच मुलाकात हुई थी। इसके बाद मंगलवार को भारत सरकार और साउथ कोरिया के बीच 11 MoU साइन किए गए। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया मिशन के तहत भारत में रोजगार के अवसरों में जो वृद्धि हुई है, उसमें अधिकतम सहयोग साउथ कोरिया का ही रहा है।
भारत और साउथ कोरिया के बीच जो 11 MoU साइन हुए हैं, उसके तहत विभिन्न क्षेत्र में सहयोग के लिए दोनों देश साथ काम करेंगे। बताया गया है कि जैव प्रौद्योगिकी और जैव-अर्थशास्त्र के क्षेत्र में और आईसीटी और दूरसंचार के क्षेत्र में सहयोग के लिए MoU साइन किए गए हैं।
A total of 11 MoUs have been signed between India and South Korea MoU on cooperation in the field of biotechnology and bio-economics and MoU on cooperation in the field of ICT and Telecommunications. https://t.co/zPCK9t7LT5
— ANI (@ANI) July 10, 2018
पीएम मोदी ने कहा, "यह बहुत प्रसन्नता का विषय है कि कोरिया की कंपनियों ने भारत में न सिर्फ़ बड़े स्तर पर निवेश किया है, बल्कि हमारे Make in India mission से जुड़ कर भारत में रोजगार के अवसर भी पैदा किया हैं। भारत की Act East Policy और कोरिया गणराज्य की New Southern Strategy में स्वाभाविक एकरसता है। मैं राष्ट्रपति मून के इस विचार का हार्दिक स्वागत करता हूँ कि भारत और कोरिया गणराज्य के संबंध उनकी New Southern Strategy का एक आधार स्तम्भ हैं।"
पीएम मोदी ने MoU साइन करने के दौरान कहा, "जहां तक नीतियों की बात है भारत की ऐक्ट ईस्ट पॉलिसी और रिपब्लिक ऑफ कोरिया की न्यू सदर्न स्ट्रैटिजी के भी एक जैसे कॉमन ग्राउंड हैं। मैं, साउथ कोरिया के प्रेजिडेंट के भारत के साथ संबंध सदर्न स्ट्रैटिजी की दिशा में महत्वपूर्ण हैं, के इस विचार से सहमत हूं।"
South Korea"s participation in our "Make in India" mission has created many employment opportunities in India: PM Modi addressing joint press statement with South Korean President pic.twitter.com/zPyjtWUAqF
— ANI (@ANI) July 10, 2018
इसी दौरान कोरियाई राष्ट्रपति ने कहा कि साउथ कोरिया और भारत देश के बीच 45 साल से ज्यादा पुराने रिश्ते हैं। दोनों देशों के बीच विभिन्न मुद्दों पर आपस में संबंध रहे, लेकिन 2015 में जब पीएम नरेंद्र मोदी ने साउथ कोरिया का दौरा किया था, तब यह दोनों देशों के संबंधों की दिशा में एक बड़ी छलांग थी। उन्होंने कहा कि अब हमने द्विपक्षीय सहयोग के नए युग की शुरुआत की है।
It was for the first time that the PM accompanied any foreign dignitary to Gandhi Smriti: Preeti Saran, Secretary (East) on South Korean President Moon Jae-in"s visit to India pic.twitter.com/q7hV0vjjiD
— ANI (@ANI) July 10, 2018
इससे पहले सोमवार को ही पीएम मोदी और साउथ कोरियाई प्रेजिडेंट ने नोएडा में दिग्गज मोबाइल कंपनी सैमसंग की सबसे बड़ी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना के लिए नींव रखी थी। बता दें कि नोएडा की यह यूनिट मोबाइल उत्पादन के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री होगी।
#WATCH: MEA briefs the media on the visit of South Korean President Moon Jae-in to India https://t.co/rJWZ6q4e6h
— ANI (@ANI) July 10, 2018
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Created On :   10 July 2018 5:25 PM IST