करतारपुर कॉरिडोर : बिना वीजा रोजाना 5000 तीर्थयात्रियों को मिले प्रवेश- भारत

India asks Pakistan for visa-free access for 5,000 pilgrims per day
करतारपुर कॉरिडोर : बिना वीजा रोजाना 5000 तीर्थयात्रियों को मिले प्रवेश- भारत
करतारपुर कॉरिडोर : बिना वीजा रोजाना 5000 तीर्थयात्रियों को मिले प्रवेश- भारत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। करतारपुर कॉरिडोर को लेकर गुरुवार को भारत-पाकिस्तान के बीच सचिव स्तरीय मीटिंग हुई। यह मीटिंग भारतीय सीमा के अंतर्गत अटारी के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) पर आयोजित हुई। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान से रोजाना 5000 तीर्थयात्रियों को बिना वीजा के प्रवेश की अनुमति देने के लिए कहा। इस मामले की अगली बैठक 2 अप्रैल को होगी।

मीटिंग के बाद जारी किए गए जॉइंट स्टेटमेंट में कहा गया कि दोनों देशों ने प्रोजेक्ट के विभिन्न पहलुओं और प्रावधानों पर विस्तृत और रचनात्मक चर्चा की और करतारपुर साहिब कॉरिडोर (KAC) का तेजी से संचालन करने की दिशा में काम करने पर सहमति व्यक्त की। मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स (MHA) के अधिकारी ने बताया कि भारत ने प्रोजेक्ट के पहले चरण को शुरू करने के लिए पाकिस्तान से जोर देकर कहा कि वह प्रति दिन कम से कम 5000 तीर्थयात्रियों के प्रवेश की व्यवस्था करें। इसमें न केवल भारतीय नागरिक बल्कि भारतीय मूल के लोगों को भी शामिल किया जाए।

उन्होंने कहा, हमने पाकिस्तान से गुरू पर्व और बैसाखी सहित विशेष दिनों में, जब कॉरिडोर में बड़े पैमाने में तीर्थयात्री आएंगे उस समय भी सभी को अनुमति देने का आग्रह किया है। अधिकारी ने कहा, पूरे साल देश और दुनिया के लोग बिना ब्रेक के यहां आएंगे लेकिन गुरू पर्व  और बैसाखी जैसे विशेष दिनों में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ जाएगी। ऐसे में इन विशेष दिनों के लिए ज्यादा तीर्थयात्रियों को अनुमति दी जानी चाहिए।

गुरुवार को हुई बैठक में भारतीय पक्ष से केंद्रीय गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, बीएसएफ, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और पंजाब सरकार के प्रतिनिधि शामिल हुए। भारतीय दल का नेतृत्व गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव एससीएल दास ने किया जबकि पाकिस्तान की 18 सदस्यीय दल का नेतृत्व पाकिस्तान के विदेश मामलों के मंत्रालय के महानिदेशक (दक्षिण एशिया एवं सार्क) मोहम्मद फैजल ने किया।

बता दें कि यह कॉरिडोर पाकिस्तानी शहर करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारतीय पंजाब के गुरदासपुर जिले से जोड़ेगा। पिछले साल नवंबर में भारत और पाकिस्तान ऐतिहासिक गुरद्वारा दरबार साहिब को गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ने के लिए करतारपुर गलियारे का निर्माण करने पर सहमत हुए थे। पाकिस्तान ने इस साल नवंबर में गुरू नानक देव की 550वीं जयंती पर कॉरिडोर को खोलने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। 

Created On :   14 March 2019 6:38 PM IST

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