वनक्षेत्र के मामले में दुनिया के टॉप 10 देशों में है भारत, स्वदेश में महाराष्ट्र 

India in the top ten of the world ranking in forest areas
वनक्षेत्र के मामले में दुनिया के टॉप 10 देशों में है भारत, स्वदेश में महाराष्ट्र 
वनक्षेत्र के मामले में दुनिया के टॉप 10 देशों में है भारत, स्वदेश में महाराष्ट्र 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि देश में वनाच्छादित क्षेत्रों में वृद्धि हुई है और भारत इस मामले में दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि देश में वन एवं पौधारोपण की स्थिति में 2015 की तुलना में 8,021 वर्ग किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई है। वन क्षेत्रो में जल संरक्षण का काम भी बखूबी हो रहा है। इस मामले में महाराष्ट्र सबसे आगे है। जिसका जंगली इलाका महाराष्ट्र में 432 वर्ग किमी है। तो इसके बाद गुजरात (428 वर्ग किमी) और मध्यप्रदेश (389 वर्ग किमी) का स्थान है।

भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2017
डॉ हर्षवर्धन ने भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2017 जारी करते हुए कही। उन्होने बताया कि वन क्षेत्र में भारत का दुनिया के टॉप 10 देशों में 8वां स्थान है। यह उपलब्धि तब है जब इन 10 देशों में से शेष 9 देशों में जनसंख्या का घनत्व 150 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है और भारत मंे यह 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है। उन्होने बताया कि वनों पर मानवीय आबादी और मवेशियों की संख्या में बढ़ते दबाव के बावजूद भारत अपनी वन संपदा को संरक्षित करने और उसे बढ़ाने में सफल रना मायने रखता है। भारतीय भूभाग का 24.4 प्रतिशत हिस्सा वनों एवं पेड़ों से घिरा है।

मप्र के पास है सबसे बड़ा वन क्षेत्र
डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक वन क्षेत्र बढ़ाने में आन्ध्रप्रदेश टॉप पर है तो कर्नाटक और केरल का प्रदर्शन भी शानदार रहा है। इस दौरान आन्ध्रप्रदेश में 2,141 वर्ग किमी वन क्षेत्र बढ़ा है तो कर्नाटक और केरल में क्रमश: 1,101 और 1,043 वर्ग किमी वन क्षेत्र की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि क्षेत्र के हिसाब से मध्यप्रदेश के पास 77,414 वर्ग किमी का सबसे बड़ा वन क्षेत्र है तो इस मामले में अरूणाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ दूसरे और तीसरे नंबर पर है।

जलस्त्रोत और मैंग्रो क्षेत्र बढ़ाने में महाराष्ट्र आगे
वन क्षेत्रो में जल संरक्षण का काम भी बखूबी हो रहा है। इस मामले में महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश ने बेहतर काम किया है। ताजा आंकड़े बताते हैं कि वन क्षेत्रों में स्थित जल स्त्रोतों में वृद्धि साफ तौर पर दिखा है। देश में वनों में 2005 से 2015 की अवधि के दौरान जल स्त्रोतों में 2,647 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है।

इसमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र 432 वर्ग किमी है, तो इसके बाद गुजरात (428 वर्ग किमी) और मध्यप्रदेश (389 वर्ग किमी) का स्थान है। इसी प्रकार मैंग्रो का क्षेत्र बढ़ाने में भी महाराष्ट्र देश में अव्वल रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक देश में इस दौरान कुल 181 वर्ग किमी क्षेत्र में मैंग्रो वनों का इलाका बढ़ा। इसमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 82 वर्ग किमी बढ़ा। इसके बाद आन्ध्रप्रदेश (37 वर्ग किमी) और गुजरात (33 वर्ग किमी) में इसका क्षेत्र बढ़ा।

Created On :   13 Feb 2018 12:20 AM IST

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