अमेरिका और जापान के साथ मिलकर भारत दिखाएगा अपना दम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. विवादित दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती सैन्य मौजूदगी के बीच भारत, अमेरिका और जापान के साथ नौसेना अभ्यास करने जा रहा है। मालाबार नौसैन्य अभ्यास 10 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में शुरू होगा। सालाना अभ्यास में बड़ी संख्या में तीनों देशों के विमान नौसेना की परमाणु पनडुब्बियां और नौसैन्य पोत हिस्सा लेंगे।
भारत और अमेरिका साल 1992 के बाद से नियमित रूप से वार्षिक अभ्यास कर रहे हैं। तीनों देशों के बीच यह अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है। इस बार के युद्धाभ्यास में पहली बार ऐसा होगा कि तीन एयरक्राफ्ट करियर हिस्सा लेंगे। इसमें अमेरिका का निमित्ज भारत का आईएनएस विक्रमादित्य और जापान का इजूमो एयरक्राफ्ट करियर शामिल होगा।
साथ ही इस युद्धाभ्यास में सबसे बड़े एंटी सबमरीन हथियार भी शामिल होंगेए ताकि हिंद महासागर में दुश्मन का पता लगाया जा सके। दूसरी ओर अमेरिका इस युद्धाभ्यास में न्यूक्लियर सबमरीन लेकर आ रहा है। मालाबार युद्धाभ्यास में इस बात का भी पता चलेगा कि चीन को काउंटर करने के लिए अमेरिकी गॉर्डियन ड्रोन की क्या भूमिका होगी।
गौरतलब है कि यह सैन्य अभ्यास ऐसे समय हो रहा है जब सिक्किम क्षेत्र में भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनातनी जारी है। दूसरी ओर दक्षिण चीन सागर नौ सैन्य मौजूदगी बढ़ाने से चीन पीछे नही है। मालाबार सैन्य अभ्यास का लक्ष्य सामरिक रूप से महत्वपूर्ण भारत प्रशांत क्षेत्र में तीनों नौ सेनाओं के बीच गहरे सैन्य संबंध स्थापित करना है।
Created On :   6 July 2017 9:29 AM IST