सेना के कंधों पर गंगा की जिम्मेदारी, गंगा टास्क फोर्स करेगी सुरक्षा
- अब सेना के पूर्व सैनिक गंगा टास्क फोर्स के नाम से गंगा की सुरक्षा करेंगे।
- इस नई फोर्स का काम गंगा की सुरक्षा करना होगा।
- केंद्र सरकार के बाद गंगा की सफाई के लिए भारतीय सेना ने नई पहल शुरू की है।
- सेना के ये जवान इलाहाबाद
- कानपुर और वारणासी में तैनात किए जाएंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बाद गंगा की सफाई के लिए भारतीय सेना ने नई पहल शुरू की है। अब सेना के पूर्व सैनिक गंगा टास्क फोर्स के नाम से गंगा की सुरक्षा करेंगे। 532 सैनिकों की इस बटालियन को गंगा टास्क फोर्स नाम दिया गया है। इस नई फोर्स का काम गंगा की सुरक्षा करना होगा। ये सैनिक गंगा के आस-पास पेट्रोलिंग करेंगे और जो लोग गंगा में गंदगी फेंकते है उन्हें रोकेंगे। सेना के ये जवान इलाहाबाद, कानपुर और वारणासी में तैनात किए जाएंगे।
गंगा टास्क फोर्स में भारतीय सेना के 9 वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, जबकि 29 जेसीओ भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं। ये सभी लोग कानपुर, इलाहाबाद और वाराणसी में गंगा के अलग-अलग घाटों पर तैनात किए जाएंगे। इन लोगों को पहले इलाहाबाद में प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। सेना के जवान गंगा के तटों पर वृक्षारोपण, भूमि के कटाव, कचरा डालने पर निगरानी और गंगा की स्वच्छता के लिए जनसहभागिता बढ़ाने का काम भी करेंगे. इसके साथ ही वे गंगा में जैव विविधता और प्रदूषण के स्तर पर भी नजर रखेंगे। गंगा सफाई को लेकर स्वच्छ गंगा परियोजना के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा का कहना है, "इस बटालियन में जवानों की नियुक्ति 3 साल की लिए की जाएगी। इस प्रक्रिया को गंगा के जल को निर्मल बनाने के अभियान में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के तौर पर भी देखा जा सकता है।
Created On :   3 July 2018 6:04 AM GMT