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दैनिक भास्कर हिंदी: कमलनाथ होंगे मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री, 17 दिसंबर को लेंगे शपथ
हाईलाइट
- मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का सीएम बनना तय माना जा रहा है।
- भोपाल में पार्टी मुख्यालय के बाहर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक कर रहे हैं हंगामा
- राहुल गांधी के निवास पर चल रहा है एमपी में सीएम के नाम पर मंथन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ को गुरुवार देर रात विधायक दल का नेता चुन लिया गया। भोपाल में रात 11 बजे हुई विधायक दल की बैठक में सीएम पद के लिए उनके नाम का प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। इसी के साथ दो दिनों से राज्य में सीएम पद के लिए चल रही रस्साकशी खत्म हो गई। यह भी फैसला लिया गया कि राज्य में कोई डिप्टी सीएम नहीं होगा।
सीएम चुने जाने के बाद कमलनाथ ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि ये पद मेरे लिए मील का पत्थर है और मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि जो विश्वास एमपी की जनता ने कांग्रेस पार्टी में दिखाया है उस पर मैं खरा उतरूं। उन्होंने इस दौरान समर्थन देने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी धन्यवाद दिया। कमलनाथ ने यह भी कहा कि हम अपने वचन पत्र का हर वादा पूरा करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने बताया कि वे 17 दिसंबर 2018 को राजधानी के लाल परेड ग्राउंड पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
Kamal Nath will take oath as Madhya Pradesh Chief Minister on December 17 at Lal Parade Ground in Bhopal (file pic) pic.twitter.com/YHZKb0xcQB
— ANI (@ANI) December 14, 2018
बता दें कि गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निवास पर दिनभर चली लंबी रायशुमारी के बाद कमलनाथ के नाम पर मुहर लगी। बैठक में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक रहे एके एंटनी, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी मौजूद थे। बैठक के बाद कमलनाथ और सिंधिया भोपाल आए और रात 11 बजे विधायक दल की बैठक में शामिल हुए, जहां सीएम पद के लिए कमलनाथ के नाम का ऐलान हुआ।
इससे पहले राज्य में सीएम चेहरे के लिए लंबे समय तक सस्पेंस बना रहा। कमलनाथ यहां शुरू से ही रेस में सबसे आगे रहे, लेकिन ज्योतिरादित्य भी मैदान में डटे रहे। बुधवार को राजधानी भोपाल के कांग्रेस कार्यालय में विधायक दल की बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के नाम पर कांग्रेस विधायक दल में सहमति बनने की खबर थी, लेकिन गुरुवार दिनभर चले घटनाक्रम को देखते हुए यह कहना मुश्किल हो गया था कि एमपी में कमलनाथ ही अगले सीएम होंगे। भोपाल से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस का एक खेमा ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम बनाए जाने के लिए लामबंद दिखाई दिया। सिंधिया समर्थक भोपाल में पार्टी मुख्यालय पर प्रदर्शन करते रहे। भोपाल पार्टी हेडक्वार्टर में बड़ी संख्या में कमलनाथ और सिंधिया गुट के समर्थक मौजूद रहे और अपने-अपने नेता को सीएम बनाने की मांग करते रहे।
ऐसा रहा दिन भर का घटनाक्रम :
12.05 PM : कमलनाथ ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, 'जो विश्वास एमपी की जनता ने कांग्रेस पार्टी में दिखाया है उस पर मैं खरा उतरूं। हम अपने वचन पत्र का हर वादा पूरा करेंगे। मैं शुक्रवार सुबह 10.30 बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलूंगा।'
Madhya Pradesh CM designate Kamal Nath in Bhopal: I'll make absolute efforts to live up to the expectations of the people of Madhya Pradesh. We will fulfil all the promises mentioned in our manifesto. I'll be meeting the Governor tomorrow at 10:30 am. pic.twitter.com/mJh3AeikiW
— ANI (@ANI) December 13, 2018
11.08 PM : सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस मुख्यालय में विधायक दल की बैठक को संबोधित कर रहे हैं।
Madhya Pradesh CM designate Kamal Nath and Jyotiraditya Scindia at the party office in Bhopal. pic.twitter.com/uw4xhdCbGO
— ANI (@ANI) December 13, 2018
10.53 PM : कमलनाथ को चुना गया विधायक दल का नेता। एक से दो दिन में लेंगे सीएम पद की शपथ। राज्य में नहीं होगा कोई डिप्टी सीएम।
Kamal Nath to be the Chief Minister of Madhya Pradesh. There will not be a Deputy Chief Minister in MP. pic.twitter.com/XtdRyc7eXF
— ANI (@ANI) December 13, 2018
10.47 PM : कमलनाथ भोपाल स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे।
Madhya Pradesh: Kamal Nath arrives at Congress party office in Bhopal. pic.twitter.com/12Ntr6OpgZ
— ANI (@ANI) December 13, 2018
10.20 PM : कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे
Madhya Pradesh: Kamal Nath and Jyotiraditya Scindia arrive in Bhopal. pic.twitter.com/IFU6YY5BzC
— ANI (@ANI) December 13, 2018
09.10 PM : भोपाल में कांग्रेस मुख्यालय का ऐसा है नजारा, कमलनाथ और सिंधिया के दिल्ली से लौटने के इंतजार में हैं समर्थक
Madhya Pradesh: Visuals from outside Congress party office in Bhopal. pic.twitter.com/ZbmRY6wE3g
— ANI (@ANI) December 13, 2018
08.45 PM : कमलनाथ ही होंगे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री : सूत्र
08.20 PM : कमलनाथ-सिंधिया के साथ बैठक खत्म होने के बाद राहुल ने ट्वीट किया- धैर्य और समय दो सबसे बड़े ताकतवर यौद्धा है।
The two most powerful warriors are patience and time.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 13, 2018
- Leo Tolstoy pic.twitter.com/MiRq2IlrIg
08.05 PM : राहुल गांधी से मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- यह कोई रेस नहीं है, न ही ये कुर्सी के लिए है। हम यहां मध्य प्रदेश की जनता की सेवा के लिए हैं। मैं भोपाल के लिए निकल रहा हूं।
Jyotiraditya Scindia on leaving Rahul Gandhi's residence: It is not a race, it is not about kursi, we are here to serve the people of Madhya Pradesh. I am leaving for Bhopal and you will get to know the decision today pic.twitter.com/6J7rVqXS2t
— ANI (@ANI) December 13, 2018
07.55 PM : राहुल गांधी के निवास से बाहर आए कमलनाथ। बोले- मैं अब भोपाल के लिए निकल रहा हूं। वहां विधायक दल की बैठक होनी है, उसी के बाद सीएम के नाम की घोषणा होगी।
Kamal Nath, Congress on leaving Rahul Gandhi's residence: I am leaving for Bhopal, MLAs meeting will be held and we will announce the CM name after that
— ANI (@ANI) December 13, 2018
06.00 PM : राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी कर रहे हैं सिंधिया और कमलनाथ से चर्चा।
05.45 PM : भोपाल में रात 08.30 बजे होगी कांग्रेस के विधायक दल की बैठक।
05.30 PM : भोपाल कांग्रेस कार्यालय के बाहर लगे कमलनाथ को मुख्यमंत्री के रूप में धन्यवाद देते पोस्टर
A poster congratulating Kamal Nath for being named CM is seen outside Congress office in Bhopal #MadhyaPradeshElections2018 pic.twitter.com/rsSketjeFp
— ANI (@ANI) December 13, 2018
05.00 PM : भोपाल कांग्रेस मुख्यालय में बड़ी संख्या में सिंधिया समर्थक मौजूद। सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाए जाने की हो रही मांग।
Madhya Pradesh: Posters and banners seen outside Congress party office in Bhopal. pic.twitter.com/bv6bTcPbVm
— ANI (@ANI) December 13, 2018
04.40 PM : सिंधिया के समर्थक पार्टी मुख्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए।
Madhya Pradesh: Supporters of Jyotiraditya Scindia gather outside Congress party office in Bhopal. pic.twitter.com/KYHS5V1seg
— ANI (@ANI) December 13, 2018
04.00 PM : सिंधिया के समर्थक हवन करते हुए।
Bhopal: A group of Congress members perform 'havan' for the appointment of Jyotiraditya Scindia as the Madhya Pradesh Chief Minister. pic.twitter.com/EFH6vyPVpi
— ANI (@ANI) December 13, 2018
राहुल के दिल्ली निवास पर कई दिग्गज नेता पहुंचे रहे हैं। बता दें कि राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं लगातार इनपुट ले रहे हैं। थोड़ी देर बाद राहुल मध्य प्रदेश के नए सीएम के नाम का ऐलान कर सकते हैं। थोड़ी देर पहले राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी भी उनसे मिलने के लिए दिल्ली निवास पर पहुंची हैं।
राहुल गांधी ने सुबह संसद पहुंचकर उन्होंने 2001 आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और अब अपने आवास पर लौट आए हैं। संसद से रवाना होने से पहले उन्होंने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि सीएम के नामों को लेकर हम विधायकों और कार्यकर्ताओं से उनके इनपुट ले रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हम पार्टी में अलग-अलग लोगों की राय जान रहे हैं। आप मुख्यमंत्री का नाम जल्द ही जान जाएंगे। इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष के घर पर पार्टी नेताओं का पहुंचना शुरू हो गया है। थोड़ी देर में सचिन पायलट और अशोक गहलोत भी उनके घर आ सकते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने बताया कि बुधवार को हुई बैठक में यह तय किया गया है कि सीएम चेहरे पर आखिरी फैसला राहुल गांधी करेंगे। उन्होंने कहा, 'पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में विधायक दल की बैठक में लंबी रायशुमारी हुई। इसके बाद यह फैसला लिया गया कि विधायक दलों की राय से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अवगत कराया जाएगा और फिर वे ही इस पर अंतिम फैसला लेंगे।'
Shobha Oza, Congress in Bhopal: All the MLAs have unanimously decided that a decision on the Chief Minister (of Madhya Pradesh) will be taken by Rahul Gandhi ji. pic.twitter.com/tdW8iVxpRR
— ANI (@ANI) December 12, 2018
इससे पहले बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ही राज्य में सीएम के लिए कमलनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा। जिसे कांग्रेस विधायकों ने सर्वसम्मति से पास कर दिया। बता दें कि कांग्रेस हाईकमान की ओर से एके एंटनी विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद थे।
Madhya Pradesh: Visuals from the Congress Legislature Party (CLP) meeting in Bhopal. pic.twitter.com/vZIrHMpEu5
— ANI (@ANI) December 12, 2018
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 15 सालों से सत्ता का वनवास काट रही कांग्रेस की वापसी हो गई है। यहां कांग्रेस के हिस्से 114 सीटें आईं हैं। कांग्रेस को बसपा और सपा ने भी अपना समर्थन दे दिया है, जिसके बाद कांग्रेस आसानी से बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 116 पार कर रही है। बता दें कि इस चुनाव में बीजेपी को 109 सीटें मिली हैं। सीएम शिवराज अपना इस्तीफा राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को सौंप चुके हैं, वहीं कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी सरकार बनाने को लेकर राज्यपाल से मिल चुका है।
स्वास्थ्य योजना: आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने के 6 फ़ायदे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आरोग्य संजीवनी नीति का उपयोग निस्संदेह कोई भी व्यक्ति कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बिल्कुल सस्ती है और फिर भी आवेदकों के लिए कई गुण प्रदान करती है। यह रुपये से लेकर चिकित्सा व्यय को कवर करने में सक्षम है। 5 लाख से 10 लाख। साथ ही, आप लचीले तंत्र के साथ अपनी सुविधा के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। आप ऑफ़लाइन संस्थानों की यात्रा किए बिना पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी नीति सामान्य के साथ-साथ नए जमाने की उपचार सेवाओं को भी कवर करने के लिए लागू है। इसलिए, यह निस्संदेह आज की सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है।
• लचीला
लचीलापन एक बहुत ही बेहतर पहलू है जिसकी किसी भी प्रकार की बाजार संरचना में मांग की जाती है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी ग्राहक को अत्यधिक लचीलापन प्रदान करती है। व्यक्ति अपने लचीलेपन के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा, ग्राहक पॉलिसी के कवरेज को विभिन्न पारिवारिक संबंधों तक बढ़ा सकता है।
• नो-क्लेम बोनस
यदि आप पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं करते हैं तो आरोग्य संजीवनी पॉलिसी नो-क्लेम बोनस की सुविधा देती है। उस स्थिति में यह बोनस आपके लिए 5% तक बढ़ा दिया जाता है। आपके द्वारा बनाया गया पॉलिसी प्रीमियम यहां आधार के रूप में कार्य करता है और इसके ऊपर यह बोनस छूट के रूप में उपलब्ध है।
• सादगी
ग्राहक के लिए आरोग्य संजीवनी पॉलिसी को संभालना बहुत आसान है। इसमें समान कवरेज शामिल है और इसमें ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं हैं। इस पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे पॉलिसी खरीदना आसान काम हो जाता है।
• अक्षय
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य नीति की वैधता अवधि 1 वर्ष है। इसलिए, यह आपके लिए अपनी पसंद का निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्प खोलता है। आप या तो प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं या योजना को नवीनीकृत कर सकते हैं। अंत में, आप चाहें तो योजना को बंद भी कर सकते हैं।
• व्यापक कवरेज
यदि कोई व्यक्ति आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के साथ खुद को पंजीकृत करता है तो वह लंबा कवरेज प्राप्त कर सकता है। यह वास्तव में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित बहुत सारे खर्चों को कवर करता है। इसमें दंत चिकित्सा उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च आदि शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद तक के सभी खर्च इस पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं। इसलिए, यह नीति कई प्रकार के चिकित्सा व्ययों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है।
• बजट के अनुकूल
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य योजना एक व्यक्ति के लिए बिल्कुल सस्ती है। यदि आप सीमित कवरेज के लिए आवेदन करते हैं तो कीमत बिल्कुल वाजिब है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर आप अपने लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आरोग्य संजीवनी नीति समझने में बहुत ही सरल नीति है और उपरोक्त लाभों के अलावा अन्य लाभ भी प्रदान करती है। सभी सामान्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को यह पॉलिसी सुविधा प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। हालांकि, यह सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है और ग्राहक को इस पॉलिसी की सेवाएं प्राप्त करने के लिए भुगतान करना होगा। इसके अलावा, अगर वह स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है और उसे पहले से कोई मेडिकल समस्या नहीं है, तो उसे इस पॉलिसी को खरीदने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इस नीति के लिए आवेदन करते समय केवल नीति निर्माताओं को ही सच्चाई का उत्तर देने का प्रयास करें।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।