- विक्टोरिया मेमोरियल में कार्यक्रम: CM ममता भी होंगी शामिल, केंद्र सरकार का निमंत्रण स्वीकारा
- 11वें दौर की बैठक बेनतीजा, सरकार ने किसानों से दो टूक कहा- इससे बेहतर कुछ नहीं कर सकते, अगली मीटिंग तय नहीं
- पंजाब के CM अमरिंदर का ऐलान, आंदोलन में जान देने वाले किसानों के परिजनों को देंगे 5 लाख और नौकरी
- कांग्रेस ने अर्नब गोस्वामी की वॉट्सएप चैट लीक पर जेपीसी की डिमांड की, जून तक होगा पार्टी प्रेसिडेंट का चुनाव
- ममता सरकार को बड़ा झटका, वन मंत्री राजीब बनर्जी ने कैबिनेट से इस्तीफा दिया
राहुल को ऑक्सफोर्ड का जवाब, Modilie जैसा शब्द डिक्शनरी में नहीं
हाईलाइट
- कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी के दावे को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने किया खारिज
- राहुल ने कहा था इंग्लिश डिक्शनरी में एक नया शब्द 'Modilie' (मोदीलाई) जुड़ गया है
- ऑक्सफोर्ड ने कहा, 'Modilie' दिखाने वाली छवि नकली है और ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में मौजूद नहीं है।'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी के उस दावे को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने गुरुवार को खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि इंग्लिश डिक्शनरी में एक नया शब्द 'Modilie' (मोदीलाई) जुड़ गया है। ऑक्सफोर्ड ने कहा, 'हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि एंट्री 'Modilie' दिखाने वाली छवि नकली है और हमारे किसी ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में मौजूद नहीं है।'
We can confirm that the image showing the entry ‘Modilie’ is fake and does not exist in any of our Oxford Dictionaries.
— Oxford Dictionaries (@OxfordWords) May 16, 2019
राहुल गांधी ने बुधवार को अपने ट्विटर अकाउंट से एक स्नैपशॉट शेयर किया था। राहुल ने ट्वीट कर लिखा, 'इंग्लिश डिक्शनरी में एक नया शब्द आया है। संलग्न प्रविष्टि का एक स्नैपशॉट है।' राहुल की ओर से शेयर किए गए स्नैपशॉट में मोदीलाई का मतलब 'लगातार सच से छेड़छाड़ करना', 'आदतन झूठ बोलना' आदि बताया गया है। तस्वीर में डिक्शनरी के साइड में कांग्रेस का विज्ञापन भी दिख रहा है, जिसमें राहुल गांधी की तस्वीर भी है।
इस ट्वीट के बाद राहुल गांधी ने गुरुवार को एक और ट्वीट किया था। दूसरे ट्वीट में राहुल गांधी ने modilies.in नाम की एक वेबसाइट का लिंक शेयर किया था। लिंक शेयर करते हुए राहुल ने लिखा था, ‘modilie एक नया शब्द है जो दुनिया भर में लोकप्रिय हो रहा है। अब ‘modilie’ के नाम से एक वेबाइट भी है, जिस पर मोदी को झूठों का संग्रह है।'
इस वेबसाइट पर क्लिक करते ही पीएम मोदी के सभी कथित झूठे भाषणों को लेकर खबरें लिखी गई है। इसके साथ ही उनका फैक्ट भी वहां लिखा गया है। इन खबरों में पीएम मोदी के जिन बयान का फैक्ट चैक किया गया है उनमें 1987-88 में तस्वीर प्रसारित करने के लिए ईमेल का उपयोग करना, राहुल, सोनिया गांधी या कांग्रेस में से किसी ने भी 1984 के दंगों के लिए कभी खेद नहीं जताया, 130 करोड़ भारतीयों ने 2014 में मेरा समर्थन किया है जैसे बयान है।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।