ई-गृह प्रवेश कार्यक्रम में मोदी करेंगे संवाद, महाराष्ट्र में पानी पर उड़ान भरेंगे विमान
- ई-गृह प्रवेश कार्यक्रम में 19 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद साधेंगे।
- केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभार्थियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवाद करेंगे।
- राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अभी तक 2 लाख 30 हजार घरों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभार्थियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ई-गृह प्रवेश कार्यक्रम में 19 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद साधेंगे। राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अभी तक 2 लाख 30 हजार घरों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। जबकि ई-गृह प्रवेश कार्यक्रम तक 20 हजार और घरों का निर्माण पूरा हो जाएगा। इससे प्रदेश में 2.50 लाख लाभार्थियों को आवास मिल सकेगा।
ई-गृह प्रवेश कार्यक्रम के संबंध में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पालक मंत्रियों को पत्र लिखा है। पत्र में हर जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जाने वाले घरों में से कितने घरों का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। इसका उल्लेख किया गया है। शुक्रवार को मंत्रालय में एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण अंचल में 4.50 लाख घर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जबकि 6 लाख अतिरिक्त घरों की मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है।
इसके अलावा राज्य में स्थित विभिन्न जलाशयों की सतह पर सी प्लेन और एंफीबियस विमानों की उड़ान के लिए वाटर एरोड्रम बनाए जाएंगे। इसके लिए राज्य के जलसंसाधन विभाग ने भारतीय विमान प्राधिकरण (एएआई) को राज्य के 3300 जलाशयों की सूची सौप दी है।मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों एएआई ने राज्य के जलसंसाधन विभाग को पत्र लिख कर वाटर एरोड्रम के लिए स्थान चिन्हित किये जाने को कहा है।
गौरतलब है कि बीते अगस्त महीने में केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय ने देश के पांच राज्यो में वाटर एरोड्रम बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसमे महाराष्ट्र के अलावा उड़ीसा, गुजरात, आंध्रप्रदेश व असम शामिल है। इस बारे में केंद्रीय उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि देश के विभिन्न राज्यों में सी-प्लेन के अड्डे बनाने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और धार्मिक मान्यता रखनेवाली जगहों से कनेक्टिविटी अच्छी होगी।" उन्होंने बताया कि शुरुआती चरण के लिए सरकार ने 5 राज्यों का चुनाव किया है। इसमें उडीसा, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और असम शामिल है। पहले चरण में चिल्का लेक (उडीसा), साबरमती नदी और सरदार सरोवर बांध (गुजरात) पर काम होगा।
तैयारी में बड़ी कंपनियां
फिलहाल उड्डयन क्षेत्र की बड़ी कंपनियां स्पाइसजेट और पवनहंस सी-प्लेन खरीदने में रुचि दिखा रही हैं। वहीं महिंद्रा एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड और वीकिंग एयर लिमिडेट साथ मिलकर टर्बोप्रॉप बना रहे हैं, जिसमें सी-प्लेन भी शामिल हैं। 19 यात्रियों को लेकर जाने की क्षमता रखनेवाला यह टर्बोप्रॉप पानी में भी चल सकता है। वहीं स्पाइजेट दुर्लभ क्षेत्रों में अपनी सर्विस शुरू करनेवाला है, ये सर्विस 10-14 सीटर एयरक्राफ्ट वाली होगी, जिसमें सी-प्लेन भी शामिल होंगे। स्पाइसजेट 100 छोटे प्लेन के साथ अपनी सेवा शुरू करना चाहते हैं। इसमें पानी में चलनेवाले और हवा में उड़नेवाले दोनों तरह के प्लेन शामिल होंगे।
Created On :   6 Oct 2018 1:01 AM IST