राहुल पर मोदी का वार, बिना पढ़े कर्नाटक के विकास पर बोलें

राहुल पर मोदी का वार, बिना पढ़े कर्नाटक के विकास पर बोलें

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार से कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। पीएम मोदी के पांच दिवसीय चुनाव प्रचार अभियान के पहले दिन आज चामराजनगर में रैली की।  इसके बाद वह उडुपी पहुंचे। यहां उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह परशुराम की सृष्टि है, ये प्रकृति हमें सहजीवन का संदेश देती है। इसी धरती के बेटे गुरुराज पुजारी ने दुनिया के अंदर हिंदुस्तान का माथा ऊंचा कर दिया है। 

PM ने कहा, "जब देश में जनसंघ का झंडा कहीं नहीं लहराता था, 40 साल पहले जनसंघ के लोगों को नगरपालिका में चुनकर भेजा जाता था। तब देश की नगरपालिकाओं में उडुपी नगरपालिका नंबर 1 पर आती रहती थी। उडुपी, जनसंघ और भाजपा का नाता सफलता से जुड़ा है। ये धरती भारत के लिए लैंड ऑफ बैंकिंग भी है। यहीं से देश को नई दिशा और ताकत मिली। उडुपी ने देश को बैंक दिया और हमने गरीबों को बैंकों से जोड़ा। 31 करोड़ से ज्यादा, 40 फीसदी आबादी बैंकिंग व्यवस्था से बाहर थी। हमने जनधन योजना के जरिए लोगों के बैंक खाते जीरो बैलेंस से खोले।" 

कर्नाटक में दो दर्जन से ज्यादा भाजपा के कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया। हिंसा का खेल खेला गया। हिंसा की मानसिकता की कर्नाटक से और देश से विदाई होनी चाहिए। कर्नाटक का बहुत नाम था, लेकिन कांग्रेस ने इस नाम को बदनाम कर दिया। 

देवगौड़ा जब भी दिल्ली आए, मैं उनसे मिला। देवगौड़ा जब मेरे घर आते हैं तो मैं उनकी गाड़ी का दरवाजा खोलकर उनका स्वागत करता हूं। जब वे जाते हैं तो मैं उनको गाड़ी में बैठा कर आता हूं। वे हमारे राजनीतिक विरोधी हैं, लेकिन वे हमारे सम्मानीय नेताओं में से एक हैं। मैंने सुना कि कांग्रेस अध्यक्ष (राहुल गांधी) चुनावी सभाओं में देवगौड़ा जी का कैसे उल्लेख कर रहे थे, ये आपका अहंकार है। अभी तो आपके करियर की शुरुआत हुई है। आप उन्हें अपमानित करते हैं। कर्नाटक के छात्र हमेशा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में अव्वल आते हैं। यहां के एग्जाम सिस्टम में कभी खामी नहीं देखने को मिली। लेकिन 20-22 साल के होते ही इन होनहार छात्रों को अपने बुजुर्ग मां-बाप को छोड़कर बाहर जाना पड़ता है। 

स्थानीय नेताओं को लग रहा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में चुनाव अभियान चला कर इस इलाके में कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) पर बढ़त हासिल की जा सकती है।

राहुल गांधी पर बोला हमला

बीजेपी की चुनावी रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखे हमले बोले। मोदी ने राहुल की 15 मिनट संसद में उन्हें सुनने की चुनौती पर कहा कि राहुल गांधी 15 मिनट कर्नाटक के विकास पर बोले, वो भी बिना किसी कागज के टुकड़े को पढ़े। राहुल चाहे तो हिंदी में बोलें या फिर अंग्रेजी में।

 

 

 

कांग्रेस ने ट्विटर पर दिया जवाब, सिद्धारमैया ने किया पलटवार

पीएम मोदी ने जहां कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की, तो वहीं कांग्रेस ने उनके भाषण का अंश शेयर करते हुए कर्नाटक के विकास को नजरअंदाज करने को लेकर तंज कसा है। वहीं मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पीएम के भाषण पर पलटवार किया है।

 

 

 

 

पीएम मोदी मंगलवार को ही समुद्र तटीय कर्नाटक के उड़ुपी और राज्य के उत्तरी भाग में स्थित चिक्कोडी में भी जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी अगले पांच दिनों में राज्य में 15 रैलियां करेंगे। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस के हमलावर रुख़ को देखते हुए बीएस येदियुरप्पा से पीएम मोदी की सभाओं से दूर रहने को कहा गया है। येदियुरप्पा मोदी की रामराजनगर की सांथेमरहल्ली में आयोजित पहली रैली में उनके साथ रहेंगे, लेकिन इसके बाद होने वाली उडुपी और चिक्कोडी की रैलियों से दूर रहेंगे।

सिद्धारमैया ने मोदी पर साधा निशाना

मोदी के दौरे की पूर्वसंध्या पर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने जहां राज्य में उनके स्वागत की बात कही वहीं टि्वटर पर उनसे कई सवाल भी किेए। सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, ‘‘ नरेंद्र मोदी जी, पता चला कि आप कल हमारे कर्नाटक आ रहे हैं। हम आपका हमारे राज्य में स्वागत करते हैं। जब आप यहां होंगे तो हम कन्नडिगा चाहेंगे कि आप हमारी इन चिंताओं पर ध्यान दें।’’ उन्होंने अपने ट्वीट में दागी खनन कारोबारी जी जर्नादन रेड्डी के भाइयों और सहयोगियों को बीजेपी का उम्मीदवार बनाए जाने और येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाए जाने पर भी मोदी पर निशाना साधा।

मोदी से बड़ा सहारा

कांग्रेस, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जिस तरह से बीजेपीको घेर रही है, उसे देखते हुए बीजेपीके केंद्रीय नेतृत्व ने बीजेपीके सीएम पद के प्रत्याशी बी।एस येदियुरप्पा से पीएम मोदी की सभाओं से दूरी बनाने को कहा है। बीजेपीने यह निर्णय भ्रष्टाचार को कांग्रेस के ताजा अभियान को देखते हुए लिया गया है। बीजेपीयेदियुरप्पा और रेड्डी बंधुओं के मुद्दे पर कमजोर साबित होती है। येदियुरप्पा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जेल जा चुके हैं। बीजेपीयेदियुरप्पा के बेटे का टिकट भी काट चुकी है। इसके बाद से येदियुरप्पा और उनका खेमा केंद्रीय नेतृत्व से नाखुश बताया जाता है। पार्टी के सांसद अनंत कुमार हेगड़े के बयान भी पार्टी के लिए समस्या बने हुए हैं। उनके बयानों की वजह से दलित और पिछड़ा वर्ग लगातार उनका विरोध कर रहा है। लिंगायतो को अलग धर्म का दर्जा देने से बीजेपी का परंपरागत वोट बैंक भी दो हिस्सों में विभाजित हो गया है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 15 रैलियों से पार्टी को काफी उम्मीद है।

दलितों को साधने की जुगत

दक्षिणी कर्नाटक के इस इलाके में कुल 8 विधानसभा सीटें हैं। जिसमें मैसूर की वरुना सीट भी शामिल है, जिस मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने पुत्र के लिए छोड़ी गई है। सन 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इस इलाके में भारी बढ़त हासिल की थी। इस इलाके में जनता दल सेक्युलर का भी अच्छा प्रभाव है। इस इलाके की 8 सीटों में से 3 सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं, जबकि एक सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। इस इलाके की ननजनगुड सीट से पूर्व विधायक और अनुसूचित जाति के प्रमुख नेता वी। श्रीनिवास प्रसाद ने पिछले साल कांग्रेस छोड़ कर बीजेपीका दामन थाम लिया था। प्रसाद का इलाके पर अच्छा प्रभाव है और बीजेपीको उम्मीद है कि उनके व्यक्तिगत प्रभाव से दलित बड़ी संख्या में बीजेपीसे जुड़ेंगे। 

वीरशैव समुदाय का समर्थन महत्वपूर्ण

इसके साथ ही बीजेपीवीरशैव-लिंगायत समुदाय के समर्थन पर भी काफी कुछ निर्भर कर रही है, जिसका इस क्षेत्र के अनेक विधानसभाओं में अच्छा-खासा प्रभाव है। उत्तरी कर्नाटक के लिंगायतों से अलग, वीरशैव लिंगायत अपने को हिंदू ही मानते हैं। यह बात बीजेपीको काफी दूर तक निश्चिंत करने वाली है। कांग्रेस के प्रभावशाली लिंगायत नेता और एमएलए एचसी महादेव प्रसाद की मौत के बाद कांग्रेस में उस कद का कोई लिंगायत नेता नहीं दिखाई देता। यह स्थिति भी बीजेपी को अनुकूल दिखाई देती है। इसलिए लिंगायत को पृथक धर्म का दर्जा दिए जाने से वीरशैव समुदाय में पैदा हुए गुस्से को बीजेपी अपने समर्थन में लाने के प्रयास में जुट गई है। 

बीजेपी को 150 से अधिक सीटें : येदियुरप्पा

बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 12 को होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपीको 150 से अधिक सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में राज्य बुरी तरह बदहाली का शिकार हुआ है। इस स्थिति से केवल बीजेपीही राज्य को उबार सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनसरोकारों से पूरी तरह कट चुकी है, जिसकी वजह से समाज के सभी वर्गों में उसकी अलोकप्रियता बढ़ी है। विधानसभा चुनाव में राज्य का मतदाता कांग्रेस को पूरी तरह नकार देंगे। 

Created On :   1 May 2018 11:08 AM IST

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