विवेक तिवारी हत्याकांड: डिवाइडर पर खड़े होकर सिपाही ने मारी थी गोली
- गोली चलाने वाले का हाथ झुका हुआ था: pm रिपोर्ट
- चेहरे पर गोली लगने के बाद विवेक तिवारी की हुई थी मौत
- पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मी को बचाने का किया प्रयास
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। विवेक तिवारी मर्डर केस में चश्मदीद सना के बयान के बाद अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुलिस की थ्योरी पर सवाल खड़े कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक विवेक को किसी ऊंची जगह पर खड़े होकर गोली मारी गई है। विवेक के घटनास्थल पर मौजूद सना ने भी कहा था कि आरोपी सिपाही ने 1.5 फीट ऊंचे डिवाइडर पर खड़े होकर गोली मारी थी। बता दें कि 29 सितंबर की रात उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक पुलिसकर्मी ने एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी थी।
#VivekTiwari"s post mortem report reveals that he died due to a gunshot on the left side of the chin
— ANI UP (@ANINewsUP) 2 October 2018
पुलिस का दावा था कि विवेक ने सिपाही को कुचलने की कोशिश कि इसलिए उसे आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी। चेहरे पर गोली लगने के बाद विवेक की मौत हो गई थी। सना के बयान के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुलिस का झूठ सामने आ गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक विवेक पर चली गोली की दिशा ऊपर से नीचे की तरफ है। गोली चलाते वक्त फायर करने वाले का हाथ सीधा नहीं था, बल्कि नीचे की तरफ झुका हुआ था।
सना ने भी उठाए थे पुलिस की थ्योरी पर सवाल
बता दें कि विवेक तिवारी सुल्तानपुर के रहने वाले थे और लखनऊ में एपल कंपनी में एरिया मैनेजर थे। उनकी पत्नी और दो बेटियां भी हैं। विवेक तिवारी के साथ उस वक्त कार में उनकी सहयोगी सना भी मौजूद थीं, जिन्हें घटना के बाद पुलिस ने उनके ही घर में नजरबंद कर दिया था। विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी ने कहा था कि वो सना को छोड़ने रात में निकले थे। विवेक ने कल्पना को फोन कर बताया था कि वो सना को छोड़ने के बाद घर पहुंचेंगे। थोड़ी देर बाद कल्पना ने विवेक के नंबर पर फिर फोन किया तो किसी अनजान आदमी ने उठाया। फोन उठाने वाले ने कल्पना से कहा कि जल्दी लोहिया अस्पताल आ जाइए, एक्सीडेंट हो गया है। कल्पना जब अस्पताल पहुंची तो पुलिस ने बताया कि छोटा सा एक्सिडेंट हुआ है। बाद में पुलिस ने कहा कि उनके सिर पर चोट आई थी, जिसके कारण उन्हें नहीं बचाया जा सका।
Created On :   2 Oct 2018 10:22 AM IST