'कांग्रेस में लोकतंत्र, जब पार्टी कहेगी पीएम उम्मीदवार बनने के लिए तैयार'

Rahul Gandhi address at UC Berkeley unversity
'कांग्रेस में लोकतंत्र, जब पार्टी कहेगी पीएम उम्मीदवार बनने के लिए तैयार'
'कांग्रेस में लोकतंत्र, जब पार्टी कहेगी पीएम उम्मीदवार बनने के लिए तैयार'

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह अमेरिका की कैलीफोर्निया स्थित प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी बर्कले में आयोजित एक कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने ‘इंडिया @ 70: रिफलेक्शन ऑन द पाथ फॉरवर्ड’ विषय पर बोला । इस विषय पर बोलते हुए राहुल ने समकालीन भारत और इसके आगे के सफर के बारे में अपना नजरिया रखा।

1. जो कहता है कि मैं भारत को समझता हूं वो गलत है
राहुल ने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि आपने मुझे बुलाया उसके लिए थैंक्यू। भारत के एक बहुत ही विशाल देश है। अगर आपसे कोई कहता है कि वह भारत को समझता है तो सच कहूं वो बेवकूफ है। भारत विविधताओं का देश है, इसे समझना इतना आसान नहीं। भारत के पास आज 29 राज्य हैं। कई प्राकृतिक संसाधन हैं। जो लोग यह सोच रहे थे कि भारत कभी आगे नहीं बढ़ सकता तो आज मै कहूंगा कि वो सभी गलत साबित हुए।

2. मैं जानता हूं मैने हिंसा में कितना कुछ खोया है
राहुल ने कहा कि भारत में अहिंसा के विचार को हमेशा आगे रखा जाता है। एक व्यक्ति के खिलाफ हिंसा का इस्तेमाल करना और आक्रामक रुख से आगे बढ़ना बहुत ही गलत होता है। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं हिंसा से क्या होता है। मैंने इसी हिंसा के चलते अपनी दादी को खो दिया था। "जिन लोगों ने मेरी दादी को गोली मारी। मैं उन लोगों के साथ बैडमिंटन खेलता था। इसलिए मुझे पता है कि हिंसा से क्या नुकसान हो सकता है। किसी भी व्यक्ति के खिलाफ हिंसा गलत बात है।"  
उन्होंने कहा, "जब आप अपने लोगों को खोते हो, तो आपको गहरी चोट लगती है।" राहुल ने कहा मेरे पिता राजीव गांधी ने कंप्यूटर के बारे में बात की थी। उसका सभी ने बहुत विरोध किया। बीजेपी के नेता जो बाद में भारत के पीएम बने थे, उन्होंने भी कंप्यूटर का विरोध किया था। भारत ने सबसे ज्यादा लोगों को गरीबी रेखा से निकाला है और यह सब काम बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से किया गया। कभी हिंसा का सहारा नहीं लिया गया। जो काम अहिंसा से हो सकता है वो हिंसा से कभी संभव नहीं है। 

3. चीन की नीति पर चलकर जॉब नहीं क्रिएट कर सकता भारत
भारत एक लोकतांत्रिक देश है। यहां हर काम लोकतांत्रिक तरीके से ही होगा। भारत में फिलहाल जॉब की कमी है। भारत को जॉब क्रिएट करने की आवश्यकता है। लेकिन हम चीन की नीति पर चलकर जॉब नहीं क्रिएट कर सकते हैं, हमें लोकतांत्रिक तरीके से ही ये करना होगा। भारत में छोटे-छोटे कारोबार में बहुत जॉब हैं। बस उसे सही दिशा देनी है। 

4. नोटबंदी ने देश को हिला दिया 
राहुल ने नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी पर और उनकी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र में तमाम संस्थाओं को पॉलिसी में सबको साथ लेकर चलना होता है। लेकिन देश की मोदी सरकार ने नोटबंदी का फैसला लेते वक्त संसद तक को भरोसे में नहीं लिया। इसका खामियाजा अब देखने को मिल रहा है। देश की जीडीपी 2% तक गिर गई है। लोगों को रोजगार के लिए जूझना पड़ रहा है। साथ ही अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है।

5. RTI को सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लाया गया था
राहुल गांधी ने सूचना के अधिकार को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने सूचना के अधिकार को भारी नुकसान पहुंचाया है। हमने सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए ये कानून बनाया था।

6. मेरे हर काम को गलत दिखाने की कोशिश में रहती है बीजेपी सरकार
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने हजारों लोगों को सोशल मीडिया पर बैठा रखा है जो दिनभर मुझे ट्रोल करते हैं और मेरे खिलाफ एजेंडा चलाते हैं। वो कहते हैं "मैं स्टूपिड हूं मैं ऐसा हूं"। मेरे हर काम को हर बयान को गलत तरीके से पेश करने की कोशिश की जाती है। लेकिन दुनिया मुझे देख रही है और मेरे काम से मेरे बारे में राय बनाई जानी चाहिए ना कि सोशल मीडिया के जरिए।

7. भारत में सारे पावर संसद के बाहर पीएमओ में हैं
राहुल गांधी ने मोदी सरकार के काम करने के तरीके को भी निशाने पर लिया और कहा कि मोदी राज में लोकतांत्रिक संस्थाओं को पटरी से उतारने की कोशिशें हो रही हैं। राहुल गांधी ने कहा कि भारत में सारे पावर संसद के बाहर पीएमओ में हैं।

8. 9 साल दिग्गजों के साथ मिलकर कश्मीर पर काम किया
राहुल ने कश्मीर मुद्दे पर कहा कि 9 साल मैंने मनमोहन सिंह, पी. चिंदबरम, जयराम नरेश के साथ मिलकर कश्मीर पर काम किया। जब मैंने काम शुरू किया था तब कश्मीर में आतंकवाद अपने चरम पर था। 2013 में मैंने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को गले लगाकर कहा कि आप की सबसे बड़ी सफलता कश्मीर में आतंकवाद को कम करना है। हमनें इस पर बड़े भाषण नहीं दिए, हमनें वहां पर पंचायती राज पर काम किया, छोटे लेवल पर लोगों से बात की। उन्होंने आगे कहा कि अगर कश्मीर में सुरक्षाकर्मी में मेरे पास खड़े हैं, तो मतलब कश्मीर में कुछ ठीक नहीं है। लेकिन 2013 में मेरे साथ सुरक्षाकर्मी नहीं बल्कि लोग खड़े थे। पर 2014 में फिर कश्मीर में सुरक्षाकर्मियों की जरूरत पड़ गई। हमनें एंटी इंडिया की सोच को खत्म किया। कश्मीर में कई पार्टियां हैं PDP ने नए लोगों को राजनीति में लाने का काम किया लेकिन बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद ये चीज बंद हुई। अब वो ही युवा आतंकवादियों के पास जा रहे हैं। बीजेपी ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए कश्मीर का नुकसान किया है।

10 .PM मोदी मुझसे भी अच्छे वक्ता हैं
राहुल ने बाद ने कहा कि, मैं विपक्ष का नेता हूं लेकिन मोदी मेरे भी पीएम हैं। PM मोदी मेरे से भी अच्छे वक्ता हैं वह लोगों को मैसेज देना जानते हैं। लेकिन वो बीजेपी के नेताओं की भी नहीं सुनते। स्वच्छ भारत एक अच्छा आइडिया, मुझे भी पसंद है। 

11.अमेरिका के साथ बाकी देशों से भी रिश्ता बनाना जरूरी
आज रूस पाकिस्तान को हथियार बेच रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ। नेपाल, म्यांमार, श्रीलंका, मालदीव में चीन का दबदबा बढ़ रहा है, विदेश नीति में बैलेंस करना जरूरी है। अमेरिका के साथ दोस्ती करना जरूरी है, लेकिन दूसरे देशों से भी रिश्ते बनाना जरूरी है। मैंने अमेरिका से बहुत कुछ सीखा है और अब भारत में अप्लाई कर रहा हूं। लेकिन आप भारत में सीधे तरीके से उस चीज को अप्लाई नहीं कर सकते हैं। 

12. बीजेपी ने सलाह लेना बंद कर दिया है 
उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी जो भारत में 10 साल तक सत्ता में है उसे बुरे समय से गुजरना पड़ता ही है। भारत में कोई लंबे समय तक सत्ता में नहीं रह सकता। कांग्रेस, बीजेपी और RSS की तरह नहीं है, मेरा काम पहले लोगों को सुनना है उसके बाद फैसला लेना है। मैं किसी और की तरह खड़ा होकर नहीं बोलता "देखिए मैं ये कर दूंगा।" बीजेपी ने लोगों से बात करना बंद कर दिया है। जिस नरेगा और जीएसटी पर वो काम कर रहे हैं वो हमारा ही प्रोग्राम है। 


13. PM पद की जिम्मेदारी लेने को तैयार
मैं पीएम की जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं, लेकिन हमारी पार्टी में लोकतंत्र है अगर पार्टी कहेगी तो मैं जिम्मेदारी लूंगा। परिवारवाद को लेकर हमारी पार्टी पर निशाना मत साधिए। देश में सभी इसी तरह से काम करते हैं। अखिलेश यादव, एमके स्टालिन, अभिषेक बच्चन कई तरह के उदाहरण आपके सामने हैं। इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता हूं। परिवारवाद मायने नहीं रखता है अगर कुछ मायने रखता है तो वो है उस व्यक्ति की क्षमता कि वो काम कर सकता है या नहीं।

नेहरू ने 1949 में दिया था भाषण
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा और भारतीय राष्ट्रीय प्रवासी कांग्रेस आईएनओसी अमेरिका के अध्यक्ष शुद्ध सिंह ने राहुल गांधी का सैन फ्रांसिस्को हवाई अड्डे पर स्वागत किया। कांग्रेस के प्रवक्ता मधु गौड़ यास्की ने कहा, वह यहां यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले में हैं, जहां पंडित जवाहर लाल नेहरू ने वर्ष 1949 में प्रधानमंत्री के तौर पर व्याख्यान दिया था।

बीजेपी का पलटवार

अमेरिका में दिए गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पर तंज करना राहुल के लिए कोई नई बात नहीं है। स्मृति ने कहा, "पीएम पर तंज कसना राहुल जी के लिए नई बात नहीं। लेकिन ये भी अपने आप में उनकी फेल स्ट्रैटेजी का प्रतीक है। जिस देश में वो एक राजनीतिक पार्टी का नेतृत्व करते हैं, उस देश के नागरिकों द्वारा उनके इस कथन का समर्थन न प्राप्त होने के बाद वे अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे हैं।"

इस बीच, कांग्रेस ने भी सफाई दी है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने देश पर नहीं मोदी सरकार और बीजेपी की नीतियों पर हमला बोला है।

राहुल विफल वंशवादी
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के वंशवाद को लेकर दिए गए बयान पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "कांग्रेस उपाध्यक्ष विफल वंशवादी हैं।" साथ स्मृति ने कहा कि राहुल जी को याद दिला दूं कि 2012 में कांग्रेस पार्टी में अहंकार घर कर गया था।

स्मृति यहीं चुप नहीं हुई उन्होंने कहा कि राहुल ने वंशवाद पर कहा था कि हमारा देश परिवारवाद से ही चलता है। उन्होंने कहा, "परिवारवाद पर हमारी पार्टी पर निशाना न साधें, हमारा देश इसी तरह काम करता है। अखिलेश यादव, एमके स्टालिन, अभिषेक बच्चन कई तरह के उदाहरण हैं। इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता हूं। मुकेश अंबानी के बाद अब इंफोसिस में भी ये चीज़ दिख रही है।" उनकी इन बातों के बाद मुझे समझ आ गया है कि उन्हे पता ही नहीं है कि कहा क्या बोलना है। 
 


 

Created On :   12 Sep 2017 3:50 AM GMT

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