राजनाथ की पीएम मोदी के साथ बैठक, कश्मीर में फिर शुरू होगा ऑपरेशन ऑलआउट
- 17 जून को कश्मीर घाटी में सीजफायर खत्म करने को लेकर लिया जा सकता है फैसला।
- कश्मीर के हालातों को लेकर शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी से मुलाकात की।
- सुरक्षा एजेंसियां नए सिरे से ऑपरेशन ऑलआउट शुरू करना चाहती हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रमजान के दौरान कश्मीर घाटी में लागू किए गए सीजफायर को हटाया जाएगा या नहीं इसे लेकर शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी से मुलाकात की। इस बैठक में राजनाथ सिंह ने घाटी के हालातों से पीएम मोदी को अवगत कराया। राजनाथ ने कहा कि 17 जून के बाद वह सीजफायर को लेकर कुछ बोलेंगे। बता दें कि केंद्र सरकार ने रमजान के दौरान घाटी में शांति भरा वातावरण बनाए रखने के लिए सेना के ऑपरेशनों पर रोक लगा दी थी, लेकिन इसके बाद भी आतंकियों ने कई वारदातों को इस दौरान अंजाम दिया।
फिर से शुरू होगा ऑपरेशन ऑलआउट
जानकारी के मुताबिक राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री से कहा कि सुरक्षा एजेंसियां नए सिरे से ऑपरेशन ऑलआउट शुरू करना चाहती हैं। उन्होंने पीएम को बताया कि सेना के ऑपरेशन पर रमजान के दौरान रोक लगाने से आम जनता में सही संदेश गया है। घाटी के लोगों को अहसास हुआ है कि सरकार भी कश्मीर घाटी में शांति चाहती है। पत्थरबाजी की घटनाओं में आई कमी इस बात का सबूत है। बताया जाता है कि राजनाथ ने प्रधानमंत्री को सुरक्षा बलों की चिंता से भी अवगत कराया। उनके अनुसार, सुरक्षा बल लंबे समय तक आतंकियों और उनके समर्थकों को खुली छूट नहीं दे सकते। खासतौर पर अगले महीने शुरू होने जा रही अमरनाथ यात्रा को देखते हुए यह खतरनाक हो सकता है। यही कारण है कि सुरक्षा बल आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट शुरू करने के पक्ष में है।
मई में गृहमंत्री ने किया था घाटी का दौरा
इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय ग्रहमंत्री की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हुई थी। इस बैठक में सीजफायर की मियाद खत्म करने को लेकर चर्चा की गई। इससे पहले मई महीने में सरकार द्वारा घाटी में एकतरफा सीजफायर का ऐलान किए जाने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर घाटी का दो दिवसीय दौरा किया था। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए राजनाथ सिंह ने यह कहा था कि सीजफायर की अवधि बढ़ाने का फैसला विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों से मिलने वाली रिपोर्ट्स और उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद लिया जाएगा।
15 मई को लागू किया गया था सीजफायर
बता दें कि केंद्र सरकार ने रमजान के दौरान शांति भरा वातावरण बनाए रखने के लिए 15 मई को जम्मू-कश्मीर में एकतरफा सीजफायर की घोषणा की थी। घाटी में सीजफायर के ऐलान के बाद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF की ओर से सरकार के फैसले का स्वागत किया गया था। हालांकि सीजफायर के ऐलान के बावजूद आतंकियों ने कश्मीर घाटी में तमाम हमलों को अंजाम दिया। रमजान के महीने में घाटी में आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के कई जिलों में सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड हमले किए थे। वहीं गुरुवार को एक सैनिक और पत्रकार की भी आतंकियों ने हत्या कर दी।
Created On :   15 Jun 2018 10:39 PM IST