प्रशांत किशोर का सर्वे: पीएम मोदी 48% लोगों की पसंद के साथ नंबर वन, राहुल गांधी सेकंड
- लोकसभा चुनाव 2019 को एक साल से भी कम समय रह गया है।
- प्रधानमंत्री मोदी को राहुल गांधी के मुकाबले 400 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़त मिली है।
- सर्वे में लोगों से पूछा गया था कि देश के एजेंडे को कौन नेता आगे ले जा सकता है?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 को एक साल से भी कम समय रह गया है। ऐसे में तरह-तरह के सर्वे सामने आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव 2014 में मोदी की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले प्रशांत किशोर की संस्था इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-pac) ने भी एक ऑनलाइन सर्वे किया है। सर्वे के नतीजों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 48 प्रतिशत के साथ नंबर वन पर हैं, जबकि राहुल गांधी को महज 11 प्रतिशत वोट मिले हैं और वे दूसरे नंबर पर रहे हैं।
सर्वे में लोगों से पूछा गया था कि देश के एजेंडे को कौन नेता आगे ले जा सकता है? इस सवाल के रिजल्ट में 48 प्रतिशत लोगों ने पीएम मोदी को पसंद किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 11 प्रतिशत लोगों की पसंद के साथ दूसरे नंबर पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी को राहुल गांधी के मुकाबले 400 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़त मिली है। सर्वे में पीएम मोदी के सामने कोई भी विपक्षी नेता टिकता नहीं दिख रहा है।
महागठबंधन बहुत पीछे
इस लिस्ट में महागठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे नेता काफी पिछड़ गए हैं। इस लिस्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 9.3%, अखिलेश यादव 7%, ममता बनर्जी 4.2% और मायावती 3.1% लोगों की पसंद बताई जा रही हैं।
57 लाख लोगों से की बात
I-PAC का दावा है कि उसने 55 दिनों तक यह सर्वे किया, जिसमें 57 लाख लोगों से बात की गई। देश के 712 जिलों के 923 नेताओं पर जनता की राय ली गई।
प्रशांत किशोर को चुनावी रणनीतिकार के रूप में जाना जाता है। 2014 के चुनाव में प्रशांत ने भाजपा की जीत में बड़ी भूमिका अदा की थी। प्रशांत को पीके के नाम से भी जाना जाता है। प्रशांत इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी नाम की संस्था चलाते हैं। यह संस्था राजनीतिक कैंपन और ब्रांडिंग का काम करती है। 2014 में भाजपा का साथ छोड़ने के बाद प्रशांत किशोर ने 2015 के बिहार चुनाव में नीतिश लालू गठबंधन के लिए रणनीति तैयार की थी। साल 2017 में प्रशांत किशोर वाईएसआर कांग्रेस से जुड़ गए. पार्टी चीफ जगन मोहन रेड्डी ने खुद प्रशांत की मुलाकात पार्टी के बड़े नेताओं से करवाई थी। प्रशांत किशोर ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के लिए भी काम किया लेकिन सफलता नहीं दिला पाए।
Created On :   4 Sept 2018 3:12 PM IST