सोना तस्करी मामले की आरोपी स्वप्ना का विजयन के कार्यालय में अच्छा-खासा प्रभाव था : एनआईए
कोच्चि, 6 अगस्त (आईएएनएस)। विवादास्पद सोने की तस्करी मामले की जांच कर रही एनआईए ने गुरुवार को यहां एक अदालत को बताया कि मामले में मुख्य आरोपी, स्वप्ना सुरेश मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के कार्यालय में अच्छा-खासा प्रभाव रखती थी। हालांकि, स्वप्ना के वकील ने इस दावे को नकार दिया है।
एनआईए की टीम ने कोर्ट में स्वप्ना की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान यह खुलासा किया।
कोर्ट ने अब इस मामले की अगली सुनवई 10 अगस्त निर्धारित की है।
स्वप्ना की गिरफ्तारी के तुरंत बाद, यह सामने आया था कि वह और विजयन के प्रधान सचिव और राज्य के आईटी सचिव एम. शिवशंकर (अब निलंबित) के गहरे ताल्लुकात थे।
स्वप्ना के वकील जियो पॉल ने मीडिया को बताया कि गुरुवार को अदालत में विजयन या उनके कार्यालय का कोई संदर्भ नहीं था।
पॉल ने कहा, उन्होंने बयान में कहा कि वह विजयन को जानती थी। (उन्हें कौन नहीं जानता)। पॉल ने कहा कि शिवशंकर एक तरह से मेन्टर थे।
संयोग से यह विजयन ही थे जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले की एनआईए से जांच कराने की मांग की थी, जिसका जिक्र एनआईए ने अदालत में भी किया है। उन्होंने एनआईए को मामले में किसी भी कोण से जांच करने की मंजूरी भी दी।
सोने की तस्करी का मामला तब सामने आया जब यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी पी.एस. सरिथ को सीमा शुल्क ने 5 जुलाई को दुबई से तिरुवनंतपुरम की यात्रा में राजनयिक सामान में 30 किलोग्राम सोने की तस्करी करने के मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में मामले में स्वप्ना और शिवशंकर का नाम सामने आया।
एनआईए ने यह भी बताया कि स्वप्ना का यूएई वाणिज्य दूतावास में बहुत प्रभाव था, क्योंकि उसे नौकरी छोड़ने के बाद भी रिटेनर शुल्क का भुगतान किया जा रहा था।
Created On :   6 Aug 2020 5:30 PM IST