हामिद अंसारी को क्यों लगता है कि देश में मुस्लिम असुरक्षित हैं ?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपना दूसरा कार्यकाल गुरूवार को पूरा कर लिया है। इससे ठीक पहले अंसारी ने राज्यसभा टीवी को दिए अपने आखिरी इंटरव्यू में कहा कि देश के मुसलमानों में असुरक्षा और बेचैनी है। उन्होंने ये बयान ऐसे वक्त में दिया है जब असहनशीलता, कथित गोरक्षकों की गुंडागर्दी और बाबरी मस्जिद मामले उठे हैं।
अंसारी ने कहा कि उन्होंने असहनशीलता का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों के सामने उठाया है। सरकार की प्रतिक्रिया पूछे जाने पर अंसारी ने कहा, "हमेशा एक स्पष्टीकरण होता है और एक तर्क होता है। अब ये तय करने का मामला है कि आप स्पष्टीकरण स्वीकार करते हैं कि नहीं और आप तर्क स्वीकार करते हैं कि नहीं।"
स्वीकार्यता का ये माहौल खतरे में है।
अंसारी ने कहा है, "ये आकलन सही है कि देश के मुस्लिम समुदाय में आज घबराहट और असुरक्षा का भाव है। देश के अलग-अलग हिस्सों में मुझे ऐसी बातें सुनने को मिलती हैं। भारत का समाज सदियों से बहुलतावादी रहा है, लेकिन सबके लिए स्वीकार्यता का ये माहौल अब खतरे में है। लोगों की भारतीयता पर सवाल खड़े करने की प्रवृत्ति भी बेहद चिंताजनक है।"
कानून-व्यवस्था की क्षमता हो रही कम
इंटरव्यू के दौरान उन्होंने ये भी कहा कि "लोगों पर भीड़ के बढ़ते हमले, अंधविश्वास का विरोध करने वालों की हत्याएं और कथित घर वापसी के मामले भारतीय मूल्यों में आ रहे विघटन के उदाहरण हैं। इससे ये भी मालूम होता कि कानून-व्यवस्था को लागू करने की सरकारी अधिकारियों की क्षमता भी अलग-अलग स्तरों पर खत्म हो रही है।"
Created On :   10 Aug 2017 8:53 AM IST