बजरंग दल के नेता की हत्या, मरने से पहले बताया हत्यारे का नाम

डिजिटल डेस्क, कानपुर। यूपी के कानपुर में शुक्रवार को बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक विजय यादव की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। वारदात अर्मापुर पुलिस थाने के पास हुई। बावजूद इसके वारदात के घंटों बाद तक अर्मापुर थाने की पुलिस इसे दूसरे थाने का मामला बताती रही। मृतक बीजेपी का सक्रिय कार्यकर्ता भी था। काफी देर बाद अर्मापुर थाने के एसओ ने मर्डर की पुष्टि की। हमले के बाद विजय को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी। हालांकि मौत से पहले विजय यादव ने अपने बयान में हमलावारों का नाम ले लिया। बताया जा रहा है कि इसी इलाके में रहने वाले विनय झा ने विजय से 5 लाख रुपए उधार लिए थे और रुपयों के लेनदेन में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर ये हत्या की। पुलिस हत्या की जांच कर रही है।
पुलिस पर लग रहे लापरवाही बरतने के आरोप
शुक्रवार शाम एक फोन आने के बाद विजय अपनी गाड़ी लेकर कहीं गए था। देर शाम उनके भाई के मोबाइल पर फोन आया। कॉलर ने बताया कि विजय अर्मापुर थाने के पीछे खून से लथपथ तड़प रहा है। उसका गला रेता गया है। सूचना पर परिवार के लोग वहां पहुंचे। शुरुआती तफ्तीश में पुलिस को मौके से विजय की गाड़ी और धारदार हथियार बरामद मिला है। विजय के परिवार ने आरोप लगाया है कि विजय की हत्या के बाद भी पुलिस काफी लापरवाही बरत रही है। विजय यादव के भाई का आरोप है कि थाने के पास इतनी बड़ी घटना हो गई और बहुत देर तक वहां पुलिस नहीं पहुंची। बता दें मृतक विजय कुछ दिन पहले ही जेल से छूटकर आया था और पुलिस से उसने सुरक्षा की मांग की थी।
वहीं पुलिस के मुताबिक, रावतपुर गांव के केशव नगर में रहने वाले इंद्र कुमार उर्फ विजय यादव (35) करीब डेढ़ साल पहले बजरंग दल का जिला संयोजक था। इन दिनों वो बीजेपी में सक्रिय था।
Created On :   25 Nov 2017 9:05 AM IST