गुजरात-हिमाचल में कौन होगा 'मुख्यमंत्री', आज हो सकता है ऐलान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में बीजेपी सरकार आने के बाद अब मुख्यमंत्री के नाम पर मंथन होना शुरू हो गया है। इसके लिए शुक्रवार को इन दोनों राज्यों में विधायक दल की मीटिंग होनी है। गुजरात में जहां अरुण जेटली और सरोज पांडे विधायकों के साथ मीटिंग करेंगे, वहीं हिमाचल में निर्मला सीतारमण और नरेंद्र सिंह तोमर को ये जिम्मेदारी दी गई है। माना जा रहा है कि मीटिंग के बाद इन दोनों राज्यों में नए सीएम के नाम का ऐलान हो सकता है।
गुजरात-हिमाचल में विधायकों की बैठक
गुजरात में बीजेपी के सभी 99 विधायक आज गांधीनगर में मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में खासतौर से फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली और पार्टी के जनरल सेक्रेटरी सरोज पांडे मौजूद रहेंगे। बताया जा रहा है कि दिल्ली से निकलने से पहले अरुण जेटली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे और इसी मुलाकात में गुजरात के नए सीएम का नाम तय हो सकता है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भी डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण और कैबिनेट मिनिस्टर नरेंद्र सिंह तोमर सभी 44 बीजेपी विधायकों के साथ मीटिंग कर सीएम चुनेंगे। बताया जा रहा है कि हिमाचल में विधायकों में से ही किसी को सीएम बनाया जा सकता है।
गुजरात में किसके नाम पर है चर्चा?
गुजरात के सीएम की बात करें, तो अभी भी विजय रूपाणी का नाम सबसे आगे हैं। उनके अलावा राज्यसभा सांसद मनसुख मांडविया के नाम भी इस रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है। साथ ही डिप्टी सीएम रहे नितिन पटेल और पुरुषोत्तम रूपाला का नाम भी चर्चा में है। हालांकि गुजरात में विजय रूपाणी और मनसुख मांडविया ही सीएम पद के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। एक तरफ विजय रूपाणी जहां गुजरात के सीएम भी रह चुके हैं, वहीं दूसरी तरफ मनसुख मांडविया लेउवा पटेल कम्युनिटी से आते हैं। इसलिए माना जा रहा है कि इस बार बीजेपी पाटीदारों को रिझाने के लिए मनसुख मांडविया को सीएम बना सकती है। इसके अलावा मनसुख संघ के साथ-साथ मोदी और शाह के भी करीबी माने जाते रहे हैं और विवादों से भी उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। हालांकि बीजेपी ने इस बार का चुनाव विजय रूपाणी को आगे करके ही लड़ा, लेकिन कम अंतर से जीत के कारण बीजेपी इस बार चेहरा बदल सकती है।
हिमाचल में जयराम ठाकुर होंगे सीएम?
वहीं हिमाचल प्रदेश की बात करें तो इस बार बीजेपी ने यहां की 68 सीटों में से 44 सीटों पर कब्जा किया है। हालांकि बीजेपी के सीएम कैडिडेट प्रेम कुमार धूमल के हार जाने की वजह से नई आफत खड़ी हो गई है। धूमल हिमाचल में दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं, लेकिन इस बार हार गए हैं। बताया जा रहा है कि हिमाचल में प्रेम कुमार धूमल को 22 विधायकों का समर्थन हासिल है और कुछ विधायक धूमल के लिए अपनी सीट छोड़ने के लिए तैयार हैं। चूंकी धूमल हार गए हैं, इसलिए उन्हें सीएम पद पर बने रहने के लिए चुनाव लड़ना और जीतना होगा। हालांकि, धूमल खुद को इस रेस से बाहर बता चुके हैं। इस बीच ये भी खबरें आ रही है कि हिमाचल में सीएम विधायक दल से ही चुना जाएगा। इसमें सबसे आगे जयराम ठाकुर का नाम चल रहा है। जयराम ठाकुर का नाम इसलिए भी सबसे आगे चल रहा है, क्योंकि हिमाचल में ठाकुरों की आबादी ज्यादा है और यहां पर ज्यादातर ठाकुर ही मुख्यमंत्री रहे हैं। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि बीजेपी इस बार किसी ब्राह्मण चेहरे पर भी दांव खेल सकती है, लेकिन ये थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि राज्य में ब्राह्मणों की आबादी सिर्फ 8% है। इसलिए कहा जा रहा है कि जयराम ठाकुर ही हिमाचल में अगले सीएम हो सकते हैं।
Created On :   22 Dec 2017 12:08 PM IST