रामविलास पासवान की बेटी बोली- RJD से टिकट मिला तो पिता के खिलाफ लडूंगी चुनाव

Will fight election against the father if i got RJD ticket : Asha paswan
रामविलास पासवान की बेटी बोली- RJD से टिकट मिला तो पिता के खिलाफ लडूंगी चुनाव
रामविलास पासवान की बेटी बोली- RJD से टिकट मिला तो पिता के खिलाफ लडूंगी चुनाव
हाईलाइट
  • RJD से आशा का मिल सकता है टिकट
  • पिता रामविलास के खिलाफ चुनाव लड़ सकती है बेटी आशा पासवान
  • बेटी आशा पासवान ने बेटे के लिए लगाया भेदभाव का आरोप

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान की बेटी आशा पासवान ने अपने पिता के खिलाफ ही चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। आशा ने कहा है कि अगर उन्हें RJD से टिकट मिलता है, तो वह आगामी लोकसभा चुनावों में हाजीपुर सीट से अपने पिता रामविलास पासवान के खिलाफ चुनाव लडेंगी। पिता से नाराज चल रही है बेटी आशा ने आरोप लगाया है कि उनके पिता सिर्फ बेटे को प्रमोट करने में लगे है और बेटी की ओर ध्यान नहीं दे रहे है।

बता दें कि आशा पासवान, रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी की 2 बेटियों में से एक हैं।रामविलास पासवान की दूसरी पत्नी रीना पासवान से उनका एक बेटा चिराग पासवान और एक बेटी है। रामविलास पासवान ने साल 1981 में अपनी पहली पत्नी राजकुमारी से तलाक लेकर साल 1983 में रीना से शादी की थी, जो कि अमृतसर के पंजाबी हिंदू परिवार से ताल्लुक रखती हैं। 

आशा ने अपने पिता के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा, कि मुझे पार्टी से लगातार नकारा जा रहा है, जबकि उनका भाई चिराग LJP के टिकट पर बिहार के जमुई से सांसद बन गया। आशा पासवान ने मीडिया से बातचीत के दौरान अपने पिता के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कही। जबकि उनके पति यानी कि रामविलास के दामाद अनिल साधु ने मीडिया को बताया था कि वह भी ससुर के खिलाफ हाजीपुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा, या तो मैं या मेरी पत्नी चुनाव लड़ सकती है, लेकिन अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है कि RJD किसे टिकट देता है। साधु ने कहा, अनुसूचित जाति वोटर LJP का बंधुआ मजदूर नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा, मेरे पिता पुनित राय वर्ष 1980 से फतुहा विधानसभा सीट से लगातार पांच टर्म चुनाव जीते।

कौन है अनिल साधु 
अनिल साधु LJP की स्टेट यूनिट विंग दलित सेना के अध्यक्ष रह चुके हैं, लेकिन मतभेदों के चलते कुछ दिनों पहले ही उन्होंने LJP छोड़कर RJD का दामन थाम लिया था। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में अनिल साधु ने एलजेपी के टिकट पर मुजफ्फरपुर की बोचहा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी थी। साधु इसी साल मार्च में तेजस्वी यादव की एक जनसभा के दौरान RJD में शामिल हुए थे। RJD का दामन थामते हुए अनिल ने पासवान पर दलितों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया था। 

 


 

Created On :   14 Sep 2018 10:53 AM GMT

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