Sonam Wangchuk Arrested: लेह में हिंसा के बाद सरकार ने अपनाया सख्त रुख, एनजीओ लाइसेंस रद्द करने के बाद किया गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लद्दाख की राजधानी लेह में भड़की हिंसा के बाद से ही जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पर निशाना साधा जा रहा है। एक दिन पहले ही सोनम के स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख का एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। आज (26 सितंबर) शुक्रवार को उनको गिरफ्तार कर लिया गया है। उनको 2:30 बजे निर्धारित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद से ही प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। बता दें, सोनम वांगचुक को एनएसए के तहत उठाया गया है लेकिन उनको जेल में बंद नहीं किया गया है।
लाइसेंस कब हुआ रद्द?
इतना ही नहीं, एक दिन पहले (25 सितंबर) को सोनम वांगचुक की गैर-लाभकारी संस्थान स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवममेंट ऑफ लद्दाख का एफसीआरए, 2010 के तहत ही विदेशी चंदा लेने का रजिस्ट्रेशन गृह मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को रद्द करवा दिया गया है।
वांगचुक का क्या है कहना?
लद्दाख में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन को लेकर गृह मंत्रालय की तरफ से सोनम वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया गया था। इसको लेकर वांगचुक का कहना है कि, उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा है कि, इसका उद्देश्य हिमालयी क्षेत्र की मूल समस्याओं से निपटने से बचना है। साथ ही उन्होंने कहा है कि, वे कड़े जन सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तारी के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं।
50 लोगों को लिया गया हिरासत में
बता दें, लेह एपेक्सी बॉडी की तरफ से लद्दाख के लिए छठी अनुसूची के विस्तार और राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर 2 दिन पहले ही बुधवार को बुलाए गए बंद के समय ही हिंसा भड़की थी। साथ ही इस सिलसिले में करीब 50 लोगों को हिरासत में भी लिया गया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया है कि, कर्फ्यू वाले इलाकों में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। साथ ही किसी भी जगह से किसी भी घटना की सूचना नहीं है।
Created On :   26 Sept 2025 3:47 PM IST