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Earth Vs Space: 9 जून को अंतरिक्ष और पृथ्वी के बीच होगा शतरंज का महामुकाबला

हाईलाइट
- अंतरिक्ष और पृथ्वी के बीच शतरंज का महाकमुकाबला
- अंतरिक्ष और पृथ्वी के बीच पहले मुकाबले की 50वीं एनिवर्सरी पर आयोजित होगा
- खेल का लाइव प्रसारण 9 जून को रूसी समय से 12 बजे से किया जाएगा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अंतरिक्ष और पृथ्वी के बीच शतरंज का महाकमुकाबला होने जा रहा है। 9 जून 1970 को पहली बार पृथ्वी और अंतरिक्ष के बीच खेले गए शतरंज के मुकाबले की 50वीं एनिवर्सरी पर यह आयोजित होगा। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से कॉस्मोनॉट्स अनातोली इविनेशिन और इवान वैगनर जबकि पृथ्वी से 30 साल के रूसी खिलाड़ी सर्जेई कर्जेकिन शामिल होंगे। खेल का लाइव प्रसारण रूसी समय से 12 बजे से किया जाएगा। इसकी लाइव स्ट्रीमिंग रूसी और अंग्रेजी में की जाएगी।
तीसरी बार हो रहा अंतरिक्ष और पृथ्वी के बीच मुकाबला
यह तीसरा मौका होगा जब अंतरिक्ष और पृथ्वी के बीच यह अनोखा मुकाबला खेला जाएगा। 15 मिनट के इस मुकाबले में अनातोली और वैगनर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अपनी चाल चलेंगे जबकि कारजाकिन मॉस्को म्यूजियम ऑफ़ कॉस्मोनॉटिक्स से खेलेंगे। 9 जून 1970 को जब पहली बार पृथ्वी और अंतरिक्ष के बीच शतरंज का मुकाबला हुआ था तो वह ड्रा रहा था। इस मुकाबले में अंतरिक्ष से सोयुज -9 सी के पायलट-कॉस्मोनॉट एंड्रीयन ग्रिगोरीविच निकोलेव और विटाली इवानोविच सेशियानोव ने हिस्सा लिया था। जबकि पृथ्वी के प्रतिनिधियों के रूप में निकोलाई पेत्रोविच कामैनिन और पायलट-कॉस्मोनॉट विक्टर गोरबाटको ने शिरकत की थी। दूसरा मुकाबला साल 2008 में खेला गया था जिसमें पृथ्वी की जीत हुईं थी।
रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियन रह चुके है सर्जेई कर्जेकिन
इस बार पृथ्वी से इंटरनेशनल स्पस स्टेशन के कॉस्मोनॉट्स के साथ मुकाबला खेलने जा रहे सर्जेई कर्जेकिन रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियन रह चुके है। साथ ही शतरंज के सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर रहने का रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए सर्जेई कर्जेकिन ने कहा, 'मुझे यकीन है कि यह मेरे लिए कभी न भूलने वाले मुकाबलों में से एक होगा। मैं कॉस्मोनॉट्स की प्रशंसा करता हूं क्योंकि वही असली हीरो हैं। मुझे पता है कि वह जहां से यह खेल खेलेंगे, वहां से इसे खेलना आसान नहीं होगा।' सर्जेई कर्जेकिन का जन्म जनवरी 1990 को यूक्रेन में हुआ था।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।