IPS Anjana Krishna Case: 'अजित दादा की फोन पर हुई बातचीत को जानबूझकर...' शरद गुट विधायक ने महाराष्ट्र डिप्टी सीएम का किया समर्थन

- उनके दोस्त किस तरह बिछा रहे जाल
- कृषि ऋण माफी और बारिश से हुए नुकसान पर नहीं हो रही चर्चा
- मित्र दलों द्वारा ही अजित दादा की फोन पर हुई बात
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार सुर्खियों में बने हुए हैं। उन पर आरोप है कि IPS अंजना कृष्णा को कथित तौर पर धमकाया गया है। इस बीच उनके भतीजे और शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार ने उनका समर्थन किया है। वहीं, शरद गुट की सहयोगी पार्टी शिवसेना (उद्धव गुट) के चीफ उद्धव ठाकरे ने डिप्टी सीएम पर हमला किया है।
रोहित पवार ने दावा करते हुए कहा कि अजित पवार के गठबंधन के सहयोगी दलों ने सोलापुर जिले में 'मुरम' (मिट्टी) का अवैध उत्खनन किया है और आईपीएस अधिकारी से साठगाठ कर कर। इसे अलग मोड़ देने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा, "अजित दादा (राजनीतिक हलकों में और उनके समर्थकों द्वारा उपमुख्यमंत्री को इसी नाम से पुकारा जाता है) को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि उनके दोस्त किस तरह जाल बिछा रहे हैं।"
शरद गुट विधायक ने कहा कि प्रदेश में कृषि ऋण माफी और बारिश से हुए नुकसान जैसे कई मुद्दों पर सरकार से चर्चा होनी चाहिए, लेकिन बजाय और करमाला (सोलापुर जिला) में महिला पुलिस अधिकारी के मामलों में ज्यादा बाते हो रही है। इसके अलावा उन्होंने इसमें अजित पवार का मामला भी शामिल किया है।
उन्होंने इसके साथ कहा कि हमारे चाचा स्पष्टवादिता के रुप में जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि उनको जानने वाले व्यक्ति समझते है कि वह (अजित पवार) अभी गुस्से में हैं। उन्होंने आगे बताया, "वास्तव में, अगर अजित दादा सामान्य रूप से भी बोलते हैं, तो उनसे मिलने वाला कोई भी नया व्यक्ति उन्हें नाराज़ या परेशान महसूस कर सकता है, लेकिन अजित दादा की कार्यशैली, स्वभाव और स्पष्टवादिता पिछले 35-40 वर्षों से पूरे महाराष्ट्र में जानी जाती है।"
रोहित पवार ने आरोप लगाते हुए कहा, "लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि मित्र दलों द्वारा ही अजित दादा की फोन कॉल में हुई बातचीत को जानबूझकर अलग रूप देने और उन्हें निशाना बनाने का प्रयास किया जा रहा है।" उन्होंने कहा, "अजित दादा को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कैसे उनके अपने दोस्तों द्वारा जाल बिछाया जा रहा है। हम अनावश्यक विवादों को हवा दिए बिना वास्तविक मुद्दों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करना जारी रखेंगे।"
Created On :   5 Sept 2025 10:53 PM IST