दिल्ली का दावा, बुधवार को शुरू हुआ पहला वर्चुअल स्कूल, एनआईओएस ने कहा 2021 में लॉन्च कर दिया था
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के पहले वर्चुअल स्कूल के मामले पर बुधवार को दिल्ली और केंद्र सरकार आमने सामने आ गए। दिल्ली सरकार ने बुधवार को एक वर्चुअल स्कूल की शुरूआत की है। दिल्ली सरकार का कहना है कि यह देशभर में अपनी तरह का पहला डिजिटल वर्चुअल स्कूल है। हालांकि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के एनआईओएस ने इसे नकारते हुए कहा कि भारत का पहला वर्चुअल स्कूल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) द्वारा अगस्त 2021 में लॉन्च किया गया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि यह देशभर में अपनी तरह का पहला डिजिटल वर्चुअल स्कूल है। देश के किसी भी हिस्से से कोई भी छात्र स्कूल में दाखिला ले सकता है। फिलहाल यह स्कूल कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को वर्चुअल स्कूल शुरू करने की जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली मॉडल वर्चुअल स्कूल के लिए आवेदन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है। देश भर के छात्र इसमें प्रवेश के लिए पात्र हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा इसे देश के पहले वर्चुअल स्कूल बताए जाने का खंडन एनआईओएस ने किया है। एनआईओएस ने मुख्यमंत्री के दावे को नकारते हुए कहा, यह सूचित किया जाता है कि देश का पहला वर्चुअल स्कूल एनआईओएस द्वारा अगस्त 2021 में शुरू किया गया था। वर्तमान में एनआईओएस से संबद्ध 7000 से अधिक अध्ययन केंद्र हैं जो समर्पित रूप से अकादमिक सहायता प्रदान कर रहे हैं। 1500 से अधिक अध्ययन केंद्र एनआईओएस वर्चुअल ओपन स्कूल के शिक्षार्थियों को कौशल आधारित व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में सहायता प्रदान कर रहे हैं। एनआईओएस द्वारा मान्यता प्राप्त इन अध्ययन केंद्रों द्वारा लाइव इंटरएक्टिव कक्षाएं संचालित की जाएंगी। शैक्षणिक वर्ष 2021 में एनआईओएस वर्चुअल ओपन स्कूल के पहले सत्र में, वर्चुअल ओपन स्कूल के दायरे में आने वाले शिक्षार्थियों द्वारा 2.18 लाख असाइनमेंट, टीएमए अपलोड किए गए थे।
एनआईओएस ने कहा कि हाल ही में पूरे हुए शैक्षणिक सत्र में एनआईओएस शिक्षार्थियों द्वारा 4.46 लाख असाइनमेंट, टीएमए अपलोड किए गए हैं। इन टीएमए को विषय विशेषज्ञों को स्वत: आवंटित किया जा रहा है और ऑनलाइन मूल्यांकन किया जा रहा है। प्रणाली की खूबी यह है कि जैसे ही टीएमए का मूल्यांकन किया जाता है और विषय विशेषज्ञ द्वारा अंक दिए जाते हैं, टीएमए अंक शिक्षार्थी को उनके डैशबोर्ड में दिखाई देते हैं। अभी चल रहे शैक्षणिक सत्र में 10 लाख से अधिक ऑनलाइन असाइनमेंट के मूल्यांकन तक पहुंचने की उम्मीद है।
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Created On :   31 Aug 2022 8:30 PM IST