Nagpur News: पटोले ने पूछा - चुनाव आयोग को पत्र लिखकर नियम क्यों बदलवाए, जवाब दे केंद्र

पटोले ने पूछा - चुनाव आयोग को पत्र लिखकर नियम क्यों बदलवाए, जवाब दे केंद्र
  • पटोले ने कहा है कि केंद्र सरकार व चुनाव आयोग में साठगांठ है
  • फडणवीस-ठाकरे में फिक्सिंग

Nagpur News. राज्य में विधानसभा चुनाव में मतदान में गड़बड़ी का आरोप दोहराते हुए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि केंद्र सरकार व चुनाव आयोग में साठगांठ है। मतदान को लेकर शिकायत करने पर केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर नियम 93 में बदलाव कराए। केेंद्र सरकार जवाब दें कि उसे पत्र लिखने की आवश्यकता क्यों पड़ी। शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में पटोले बोल रहे थे। उन्होंने कहा-हरियाणा व महाराष्ट्र में मतदान के अंतिम समय गड़बड़ी किए जाने की आशंका है। जवाब नहीं मिल पा रहा है कि अंतिम समय में मतदान की संख्या अधिक क्यों और कैसे हुई। 9 दिसंबर 2024 को हरियाणा में इस संबंध में उच्च न्यायालय में याचिका दी गई। न्यायालय ने चुनाव आयोग से जवाब मांगा। तब चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार से निवेदन कर नियम 93 में परिवर्तन की प्रक्रिया की। केंद्र सरकार ने 24 घंटे में नियम 93 के 6 बिंदुओं में बदलाव के संबंध में पत्र जारी कर दिए। चुनाव आयोग को सर्वाधिकार दे दिया गया। उसके बाद मुख्य चुनाव आयोग ने राज्य चुनाव आयोगों को निर्देश दिया कि मतदान संबंधी दस्तावेज को 45 दिनों में नष्ट कर दें। मतदान केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज नहीं देने का निर्णय लिया गया। उल्लेख किया गया कि मतदान संबंधी जानकारी का दुरुपयोग किया जाता है। सरकार व चुनाव आयोग के विरोध में उच्चतम न्यायालय में याचिका दी गई है। इस मामले को लेकर जनजागृति की जाएगी।

फडणवीस-ठाकरे में फिक्सिंग

राज्य में हिंदी-मराठी को लेकर राजनीतिक वक्तव्यों पर पटोले ने कहा कि यहां हिंदी का मुद्दा ही नहीं है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के बीच मैच फिक्सिंग के कारण यह मुद्दा चर्चा में है। होटल में बैठककर इन मुद्दों को चर्चा में रखने की रणनीति पर काम किया जाता है। रोजगार, कृषि संकट सहित अन्य मुद्दों से नागरिकों का ध्यान बंटाने का प्रयास किया जा रहा है।

हम चिल्लर हैं, दलाल नहीं

राकांपा नेता प्रफुल पटेल का नाम लिए बिना पटोले ने कहा-हम चिल्लर हैं पर दलाल नहीं। विमान घोटाले को भुलाया नहीं जा सकता है। नवंबर 2012 में आडिटर जनरल की रिपोर्ट में विमान घोटाले का उल्लेख है। विमान सेवा विभाग में भ्रष्टाचार इतना है कि नागरी उड्डयन विभाग की आवश्यकता ही नहीं लगती है। विमान सेवा को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। मुंबई में आंतकी हमले के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख व गृहमंत्री आरआर पाटील ने इस्तीफा दिया था। पहलगाम की घटना की जवाबदारी तय होना चाहिए। भंडारा जिले में सहकारी संस्था के चुनाव में गठबंधन को लेकर विवाद पर पटोले ने कहा कि वहां किसी दल में गठबंधन नहीं हुआ । स्थानीय स्तर पर निर्णय लिए गए।

Created On :   20 Jun 2025 7:06 PM IST

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