बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पार्टी की बजाय प्रत्याशी को प्राथमिकता देती है डुमरांव की जनता

पार्टी की बजाय प्रत्याशी को प्राथमिकता देती है डुमरांव की जनता
डुमरांव में किसी एक जाति का वर्चस्व नहीं है। डुमरांव मुख्य रूप से ग्रामीण है, जिसमें कुछ मतदाता शहरी हैं। डुमरांव में करीब 83.85% हिंदू और 15.94% मुस्लिम है, डुमरांव की जनता पार्टी की बजाय प्रत्याशी को प्राथमिकता देती है।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में डुमरांव विधानसभा सीट से बक्सर जिले में आती है। 1951 में स्थापित डुमरांव विधानसभा क्षेत्र में अब तक यहां 17 बार विधायक हो चुके हैं। यहां से कांग्रेस ने सात बार ,जनता दल, जेडीयू और निर्दलीय प्रत्याशी दो-दो बार जीते हैं। सीपीआई, सपा, अखिल जन विकास दल और सीपीआई(एमएल)(एल) को एक-एक बार जीत मिली है।

1985 में कांग्रेस , 1990 व 1995 में जनता दल, 2000 में निर्दलीय, 2005 के फरवरी और अक्टूबर में क्रमशः समाजवादी पार्टी और अखिल जन विकास दल से, 2015 में जेडीयू, 2020 में सीपीआई(एमएल)(एल) की जीत हुई।

डुमरांव में किसी एक जाति का वर्चस्व नहीं है। यहां 13.63% एससी, 1.25% एसटी ,7.1% मुस्लिम वोटर्स हैं। डुमरांव मुख्य रूप से ग्रामीण है, जिसमें केवल 12.88% मतदाता शहरी हैं। डुमरांव में करीब 83.85% हिंदू और 15.94% मुस्लिम है, डुमरांव की जनता पार्टी की बजाय प्रत्याशी को प्राथमिकता देती है।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर रही।

Created On :   29 Oct 2025 1:12 PM IST

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