संदेशखाली विवाद: 'संदेशखाली' मामले पर मचा बवाल! ममता बनर्जी ने बीजेपी पर साधा निशाना, राज्य सरकार ने बनाई जांच कमेटी

संदेशखाली मामले पर मचा बवाल! ममता बनर्जी ने बीजेपी पर साधा निशाना, राज्य सरकार ने बनाई जांच कमेटी
  • पश्चिम बंगल में संदेशखाली मामला गहराया
  • ममता बनर्जी का बीजेपी पर वार
  • बंगाल सरकार ने नियुक्त की जांच कमेटी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में गुरुवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संदेशखाली में महिला उत्पीड़न का मुद्दा उठाया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। ममता बनर्जी ने टीएमसी की महिला कार्यकर्ताओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बीजेपी को दोषी ठहराया था। उन्होंने कहा कि संदेशखाली में आरएसएस (राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ) के बंकर होने की बात कही। उन्होंने कहा कि यहां पर पहले भी कई बार दंगे हुए हैं।

विधानसभा में ममता बनर्जी ने कहा कि संदेशखाली में जाकर बीजेपी के कार्यकर्ता मास्क लगाकर बयानबाजी कर रहे हैं। ममता ने कहा कि वहां पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सबसे पहले एसके शाहजहां को निशाना बनाया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी संदेशखाली में बाहर से अपने कार्यकर्ताओं को वहां ले जा रही हैं। इस मामले की सख्ती से जांच हो सके, इसके लिए हमने एक कमेटी तैयार की है।

सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि दिनाजपुर में बीएसएफ की लापारवाही के चलते चार मासूमों की जान चली गई। इसके बावजूद केंद्र सरकार की ओर से घटनास्थल पर कोई टीम नहीं पहुंची। क्या केंद्र सरकार इस पर जवाब दे सकती है? ममता ने कहा कि बीएसएफ का कर्तव्य सीमा की निगरानी करना है, न ही भाजपा कार्यकर्तओं के जैसे काम करना।

मामले की जांच में जुटी टीम

संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न आरोपों के मद्देनजर बंगाल सरकार ने 10 सदस्यों वाली जांच कमेटी का गठन किया है। जांच कमेटी की अध्यक्षता डीआईजी रैंक की महिला आईपीएस को सौंपी गई है। जांच की शुरुआत संदेशखाली के दौरे के साथ होगी। इस दौरान जांच टीम महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न और उनके आरोपों को लेकर बातचीत करेगी।

स्मृति ईरानी बोली - हिंदू महिलाएं मांग रही सहायता

केंद्रीय मंत्री और भाजपा की नेता स्मृति ईराना ने संदेशखाली मामले पर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि संदेशखाली में हिंदू महिलाएं अपने लिए मदद की गुहार लगा रही है। टीएमसी नेता शेख शाहजहां कहा लापता हैं। ईरानी ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार ने कभी भी इन गुंड़ो के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जब महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा था, तो पुलिस मूकदर्शक बन हुई थी।

महिलाओं ने शाहजहां के विरोध में किया प्रदर्शन

बीते दिनों, संदेशखाली में अधिक संख्या में महिलाओं ने स्थानीय टीएमसी नेता शेख शाहजहां के खिलाफ सड़कों पर उतरकर घरना प्रदर्शन किया था। दरअसल, महिलाओं ने टीएमसी नेता और उनके समर्थकों पर आरोप लगाया था कि इन लोगों ने उनकी जबरन जमीनें हड़पी हैं। साथ ही, उनके साथ यौन उत्पीड़न भी किया है। इसे देखते हुए संदेशखाली के दो ब्लॉक की 16 पंचायतों में धारा 144 लगाई गई थी। क्षेत्र में जब तक हालात फिर से सामान्य नहीं हो जाते, तब तक वहां पर इंटरनेट के इस्तेमाल पर अनिश्चित काल तक रोक लगा दी गई है।

जानिए क्या है पूरा मामला

इस पूरी मामले की शुरुआत 5 जनवरी, 2024 से होती है। जब बंगाल में संदेशखाली के सरबेड़िया इलाके में ईडी की टीम राशन भ्रष्टाचार मामले में आरोपी टीएमसी नेता शेख शाहजहां से पूछताछ के लिए पहुंचती है। मगर, तभी शेख शाहजहां वहां से भाग गया था। इस बीच ईडी अधिकारियों पर हमला भी हुआ था।

इस घटना के बाद लोगों ने खुलकर आवाज उठाना शुरू कर दी थी । इसके बाद गांव के लोगों ने शेख शाहजहां और उसके समर्थकों की गिरफ्तार की मांग करने लगे। साथ ही, इसे लेकर विरोध प्रदर्शन करना भी शुरू कर दिया था। जिसमें महिलाओं ने भी हिस्सा लिया था।

Created On :   15 Feb 2024 3:21 PM GMT

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