Maharashtra Politics: अजित पवार और शरद पवार की एनसीपी का भी होगा गठबंधन? एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कर दिया स्पष्ट

- शरद पवार और अजित पवार के साथ में आने को लेकर लग रही थीं अटकलें
- एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने किया स्पष्ट
- दोनों गुटों के बीच का बताया सच
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में करीब 20 सालों के बाद ठाकरे ब्रदर्स साथ आते हुए नजर आ रहे हैं। इस बीच ही ये भी अटकलें लग रही हैं कि, चाचा-भतीजा यानि शरद पवार और अजित पवार भी एक साथ आ सकते हैं। इन अटकलों के बाद से ही माहाराष्ट्र सियासत गर्माई हुई है। इसको लेकर ही अब सुनील तटकरे के बयान ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया है। दोनों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की मर्जिंग को लेकर एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने प्रतिक्रिया देते हुए जानकारी दी है। उन्होंने साफ कहा है कि, दोनों एनसीपी नेताओं के बीच कुछ भी नहीं चल रहा है। कोई भी बातचीत नहीं हो रही है।
बीजेपी से होगी चर्चा
सुनील तटकरे ने दावा किया है कि, अब हम महायुति (एनडीए) में हैं और यहीं रहने का संकल्प ले चुके हैं। एनडीए में हमारी भागीदारी पूरी तरह से स्पष्ट है। आज कोई भी मुद्दा नहीं है, लेकिन अगर ऐसा कोई मुद्दा होता है तो, हम बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से इस पर चर्चा करेंगे उसके बाद ही कुछ फैसला होगा।
एक साथ नजर आ रहे थे चाचा-भतीजा
शरद पवार और अजित पवार की कई बार मुलाकातें देखने को मिली हैं। लेकिन कभी भी मर्जिंग की चर्चा ने जोर नहीं पकड़ा है। पारिवारिक समारोह या फिर किसी राजनीतिक कार्यक्रम में दोनों नेता एक ही साथ नजर आते हैं।
कब से अलग हैं अजित और शरद पवार?
बता दें, करीब दो साल से शरद पवार और अजित पवार कांग्रेस का हिस्सा रहे हैं। साल 1999 में उन्होंने करीब 10 जून को अपनी नई पार्टी बना ली थी। इस साल (2025) को पार्टी का स्थापना दिवस समारोह भी मनाया गया था। दोनों अजित और शरद पवार गुट समारोह के लिए पुणे पहुंचे थे। साल 1999 से चाचा शरद पवार के साथ अजित पवार ने जुलाई साल 2023 में अजित पवार अलग हो गए थे। इसके बाद वे महायुति में शामिल हो गए थे। चाचा से अलग होने के बाद और बीजेपी में शामिल होने के बाद ही अजित पवार की पार्टी को असली एनसीपी मान्यता मिली है।
Created On :   19 July 2025 4:07 PM IST