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ओलम्पिक स्थगित होने के बावजूद भारतीय हॉकी टीमें अपने लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध

हाईलाइट
- ओलम्पिक स्थगित होने के बावजूद भारतीय हॉकी टीमें अपने लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। टोक्यो ओलम्पिक-2020 के एक साल तक के लिए स्थगित होने के बाद भारतीय पुरुष और महिलाा हॉकी टीमों ने इस पर अपनी निराशा जताई है, लेकिन साथ वे अपने लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, दिन का इवनिंग सेशन समाप्त होने के बाद कोच ग्राहम रीड ने ओलम्पिक के स्थगित होने के बारे में हमें बताया। हमारे दिमाग में आया कि यह कोरोनावायरस के कारण हुआ है, लेकिन अपने टेनिंग सेशन पर हमने इसका जरा भी प्रभाव नहीं पड़ने दिया।
उन्होंने कहा, हम 25 जुलाई को अपने पहले मैच के लिए मानसिक रूप से तैयार थे, इसलिए निराश होना स्वभाविक है। लेकिन हमारे लिए यह जरूरी है कि हम सकारात्मक रहें। पिछले 10 महीने कोच ग्राहम रीड के साथ एक टीम के रूप में अच्छे बीते हैं और मेरा मानना है कि हम अगले साल तक के लिए अपने शानदार फॉर्म को जारी रखेंगे। इस घोषणा से हमारी प्रेरणा प्रभावित नहीं हुई है।
कप्तान ने साथ ही कहा, पूरी टीम की ओर से मैं अपने सभी हॉकी फैन्स से यह गुजारिश करता हूं कि आप सब लॉकडाउन का पालन करें औा सुरक्षित रहें। घर में रहने के दौरान आप खुद को फिट रखने के लिए बेसिक काम करें क्योंकि मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रहना बहुत महत्वपूर्ण है। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने भी टोक्यो ओलम्पिक के स्थगित होने की घोषणा पर निराशा जताई।
रानी ने कहा, जब कोच शुअर्ड मरेन ने मंगलवार शाम को यह खबर हमें सुनाई तो हमने उनके साथ एक बैठक की। निजी रूप से मैं बहुत निराश हूं क्योंकि टीम टोक्यो ओलम्पिक में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए पूरे लय में थी। लेकिन जब आप टीम के पिछले दो साल के प्रदर्शन को देखेंगे तो आप पाएंगे कि काफी मजबूती से खुद को संभाला है और टॉप टीमों की चुनौतियों का सामना किया है।
उन्होंने साथ ही कहा, टीम के लिए यह जरूरी है कि वे अपना ध्यान केंद्रित रखे और अपनी तीव्रता बनाए रखे। ओलम्पिक के एक साल तक के लिए स्थगित होने से अपने विशलेषक कोच जेनेके शोपमैन के साथ काम करने का और ज्यादा मौका मिलेगा। हमें विश्वास है कि हम उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़ेंगे।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।