PCB को उल्टा पड़ा दांव, BCCI को देगा 60 प्रतिशत हर्जाना

- ICC ने BCCI द्वारा मुकदमे का खर्च वसूलने को लेकर बुधवार को अपना फैसला सुनाया।
- ICC ने PCB को BCCI द्वारा मांगे गए हर्जाने का 60 प्रतिशत भुगतान करने को कहा है।
- PCB के खिलाफ BCCI को एकबार फिर से जीत हासिल हुई है।
डिजिटल डेस्क, दुबई। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा मुकदमे का खर्च वसूलने को लेकर बुधवार को अपना फैसला सुनाया। ICC ने अपने फैसले में कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को BCCI द्वारा मांगे गए हर्जाने का 60 प्रतिशत भुगतान करना होगा। ऐसे में PCB के खिलाफ BCCI को एकबार फिर से जीत हासिल हुई है। बता दें कि BCCI ने PCB के खिलाफ याचिका दायर की थी। इस याचिका में उन्होंने पाकिस्तान पर बेवजह आरोप लगाने और केस की सुनवाई के दौरान हुए खर्च के तौर पर हर्जाने की मांग की थी।
ICC ने अपने फैसले में कहा, "दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद डिस्प्यूट रिजोल्यूशन कमेटी PCB को आदेश देता है कि वह BCCI को प्रशासनिक खर्च और पैनल के खर्चों का 60 प्रतिशत भुगतान करे। ICC का यह फैसला बाध्यकारी है। PCB अब इस फैसले के खिलाफ दोबारा अपील नहीं कर सकेगा।" इसके अलावा ICC के डिस्प्यूट पैनल ने भी अपनी ओर से BCCI को प्रशासनिक खर्च का 40 प्रतिशत देने का ऐलान किया है।" हालांकि BCCI द्वारा पाक पर लगाई मुआवजे की राशि का जिक्र नहीं किया गया है।
Dispute Panel has decided on the Costs Award. Read more here at https://t.co/lymUnCE82P https://t.co/pMnPbqWtcb
— ICC Media (@ICCMediaComms) December 19, 2018
बता दें कि PCB ने भारत पर द्विपक्षीय सीरीज न खेलने को लेकर ICC में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका में उन्होंने BCCI पर 500 करोड़ का जुर्माना ठोका था। PCB ने कहा कि 2014 में BCCI के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन, अनुराग ठाकुर और पूर्व BCCI सचिव संजय पटेल ने एक MoU साइन किया था। इस कथित MoU में BCCI ने भारत-पाक के बीच आठ साल (2015-2023) में छह द्विपक्षीय सीरीज निर्धारित किए गए थे। इस कथित MoU के अनुसार पाकिस्तान 2015/16 में पहली सीरीज की मेजबानी करने वाला था।
एक से तीन अक्टूबर तक हुई सुनवाई के लिए BCCI ने ब्रिटेन स्थित इंटरनेशनल लॉ फर्म के हर्बट स्मिथ फ्रीहिल्स और खेल विवादों के विशेषज्ञ इयान मिल को हायर किया। वहीं BCCI ने श्रीनिवासन, ठाकुर और पटेल को गवाह के तौर पर पेश करने की बात कही थी। हालांकि श्रीनिवासन और ठाकुर ने इस सुनवाई में पेश होने से मना कर दिया। इसके बाद बोर्ड ने इन दोनों की जगह IPL के पूर्व CEO सुंदर रमन और कांग्रेस के दिग्गज नेता सलमान खुर्शीद को गवाह के तौर पर पेश किया।
इसके बाद पिछले महीने ICC ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) द्वारा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के खिलाफ दायर की गई इस याचिका को खारिज कर दिया था। ICC ने कहा था कि "तीन दिन (1 से 3 अक्टूबर) की सुनवाई के बाद, दोनों बोर्ड द्वारा जमा किए गए दस्तावेज और रिपोर्ट पर विचार करने के बाद, डिस्प्यूट रिजोल्यूशन कमेटी (DRC) ने BCCI के खिलाफ PCB के दावे को खारिज कर दिया गया है।"
Created On :   19 Dec 2018 10:15 PM IST